EVM पर नहीं, राज्य नेतृत्व पर फूटेगा हार का ठीकरा, समीक्षा बैठक में कांग्रेस ने लिया बड़ा फैसला

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हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसका ठीकरा ईवीएम पर फोड़ना शुरू कर दिया था, लेकिन अब कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदलने का फैसला किया है। कांग्रेस अब ईवीएम को दोष देने की जगह पार्टी की अंदरूनी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है। पार्टी अपनी उन कमियों को तलाशने की कोशिश करेगी, जिसकी वजह से वह हरियाणा में जीती हुई बाजी भी हार गई। ऐसे में राज्य नेतृत्व के अंदर बड़ा बदलाव तय माना जा रहा है। 

दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपनी कमियों का सही आकलन जरूरी है

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी की समीक्षा बैठक में इसके निर्देश दे दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खरगे ने कहा है कि जब तक ईवीएम के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिल जाते, तब तक वे इस मुद्द को नहीं उठाएंगे। दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपनी कमियों का सही आकलन जरूरी है। इस बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद थे। वे पार्टी के राज्य नेतृत्व पर काफी नाराज नजर आए। बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने अपने स्वार्थ को पार्टी से ऊपर रखा, जिसकी वजह से हम हार गए। राहुल का निशाना भूपेंद्र हुड्डा और शैलजा कुमारी पर था, जो चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री पद के लिए गुटबाजी में जुटे थे। 

कांग्रेस ने गठित की फैक्ट फाइंडिंग टीम

इस बैठक में कांग्रेस ने एक फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन भी किया है। यह टीम ईवीएम को लेकर मिली शिकायतों की जांच करने के साथ हार के सभी कारणों का पता लगाएगी। इस टीम के रिपोर्ट के आधार पर ही कांग्रेस आगे की कार्रवाई करेगा। 

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राज्य नेतृत्व से नाराज आलाकमान 

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राज्य कांग्रेस के बीच आपसी टकराव से अलाकमान काफी नाराज है। इसी वजह से बैठक में भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजी, रणदीप सिंह सुरजेवाला और पीसीसी चीफ उदय भान को नहीं बुलाया गया था। पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवार से रिपोर्ट मांगी है। अजय माकन ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि, एग्जिट पोल और चुनाव परिणाम एकदम अलग है और यह स्वीकार करने योग्य नहीं है। हम इस चर्चा कर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इसकी वजह क्या है। इसकी कई वजहें हो सकती हैं। राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं से सख्त लहजे में कहा है कि वे सभी आपसी मतभेद को भुला पार्टी के लिए काम करें, नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। 

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