महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस समय पक्ष और विपक्ष दोनों ही सीटों का बंटवारा फाइनल करने में जुटी हैं। खबर है कि महाविकास आघाडी जहां अभी सीट बंटवारे पर मंथन कर रही है, वहीं सत्तारूढ़ महायुति ने सीट बंटवारें का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा 150, शिंदे की शिवसेना (Shiv Sena) 70 और अजित गुट एनसीपी 60 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि इस बंटवारे पर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है।
बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय करने के लिए सभी दलों के साथ कई बैठकें की हैं। रिपोर्ट्स बताते हैं कि, इन बैठकों में भाजपा ने महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 150 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखने के साथ एकनाथ शिंदे की शिवसेना (Shiv Sena) को 70 सीटें और अजित पवार की एनसीपी को 60 सीटें पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। हालाँकि, दोनों पार्टियों ने खुद को अधिक मजबूत बताते हुए चुनाव में अधिक सीटें मांगी हैं।
एकनाथ शिंदे और अजित पवार चाहते हैं ज्यादा सीट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने लोकसभा चुनाव रिजल्ट को देखते हुए भाजपा से अधिक सीटें देने की मांग की है। कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि शिंदे की शिवसेना (Shiv Sena) इस बार करीब 125 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसी तरह अजित पवार की एनसीपी ने भी भाजपा से 60 की जगह 80 सीटों की डिमांड की है। एनसीपी नेता और कैबिनेट मंत्री धर्मराव बाबा अत्राम ने बीते दिनों मीडिया से बात करते हुए कहा था कि महायुति गठबंधन में एनसीपी 80 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने इसके लिए राज्य भर में सर्वेक्षण भी शुरू किया है। सीट बंटवारे पर अंतिम मुहर लगाने के लिए इसी माह फिर से तीनों पार्टियों के बीच बैठक होने वाली हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगस्त माह में ही तीनों पार्टियां सीट बंटवारे पर आपसी सहमति बना लेंगी।
बताते चलें कि, साल 2019 में भाजपा ने अविभाजित शिवसेना (Shiv Sena) के साथ मिलकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा था और 105 सीटें जीती थीं। साथ ही भाजपा को 10 निर्दलीयों का भी समर्थन मिला था।