Tribute to Manmohan Singh : पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का बनेगा स्मारक स्थल, सरकार ने भरी हामी, प्रणव मुखर्जी की बेटी ने की कांग्रेस की आलोचना 

Manmohan Singh memorial

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Tribute to Manmohan Singh) का गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। आज शनिवार को उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर सुबह 11.45 बजे किया जाएगा। इस बीच अन्य पूर्व प्रधानमंत्रियों की तरह मनमोहन सिंह का भी स्मारक स्थल बनाने की कवायद होने लगी है। बता दें कि अमूमन अधिकतर भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक राजघाट के पास ही बने हैं। राजघाट के पास देश के कई पूर्व प्रधानमंत्रियों जैसे पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, चरण सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी और चंद्रशेखर के स्मारक बने हुए हैं। राजघाट पर महात्मा गांधी का समाधि स्थल है। 

गृह मंत्रालय ने स्मारक स्थल बनाने की पुष्टि – Tribute to Manmohan Singh

खैर इस बीच डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस आमने-सामने थी। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका एक स्मारक बन सके। शुरू में तो सरकार आनाकानी कर रही थी लेकिन अब सरकार इसके लिए तैयार हो गई है। खुद गृह मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के संबंध में तथ्य शीर्षक से देर रात जारी एक विज्ञप्ति में मंत्रालय ने कहा कि “सरकार को कांग्रेस प्रमुख खरगे से सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करने का अनुरोध प्राप्त हुआ है। सरकार मनमोहन सिंह के मेमोरियल यानी स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी। इस बारे में उनके परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सूचित कर दिया गया है।” 

बीजेपी ने जानबूझकर किया देश के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अपमान 

इस तरह देखा जाये तो अब नेहरू, इंदिरा और अटल की तरह मनमोनह सिंह का भी स्मारक होगा। खैर, इस बीच कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खरगे और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि “ट्रस्ट का गठन किया जाना है और स्थान आवंटित किया जाना है। इस बीच मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं।” दरअसल, कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि “पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए सरकार द्वारा स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है।” हालांकि सरकार ने यह तो बता है दिया कि मनमोहन सिंह का स्मारक तो बनेगा लेकिन कहां बनेगा यह अभी तय नहीं हुआ है। इसके लिए एक कमेटी बनेगी। 

इसे भी पढ़ें:- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने की कांग्रेस की मांग की आलोचना

इस बीच भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस की इस मांग को लेकर उसकी घोर आलोचना की है। शमिष्ठा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखकर दावा किया है कि “जब 2020 में उनके पिता और देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हुआ तो कांग्रेस नेतृत्व ने कांग्रेस कार्य समिति द्वारा शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई। शर्मिष्ठा ने उस दौरान कांग्रेस नेतृत्व पर इस मुद्दे पर उन्हें गुमराह करने का भी आरोप लगाया है।” शर्मिष्ठा के दावे के मुताबिक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने उनसे कहा था कि “भारत के राष्ट्रपतियों के निधन पर पार्टी की सीडब्ल्यूसी द्वारा शोक सभा बुलाने की परंपरा नहीं रही है।” शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस नेताओं के तर्क को गलत ठहराते हुए कहा कि “उन्हें अपने पिता की डायरियों से पता चला है कि एक और पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई गई थी। उस दौरान शोक संदेश का मसौदा खुद उनके पिता प्रणब मुखर्जी ने ही तैयार किया था।  

Latest News in Hindi Today Hindi news हिंदी समाचार

#PranabMukherjeeDaughter #IndianPoliticsUpdate #PoliticalMemorials #ManmohanSinghLegacy #PranabMukherjeeFamily #IndiaNewsToday #PMManmohanSingh

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *