राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कश्मीरी छात्राओं से मुलाकात की। यह मुलाकात काफी दिलचस्प रही। छात्राओं ने राहुल से कई सवाल पूछे, जिनमें उनकी शादी से लेकर देश की राजनीति तक के मुद्दे शामिल थे। आइए जानते हैं कि इस मुलाकात में क्या-क्या बातें हुईं और राहुल ने किन मुद्दों पर अपनी राय रखी।
शादी पर राहुल का मजेदार जवाब
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की शादी हमेशा से चर्चा का विषय रही है। इस मुलाकात में भी एक छात्रा ने उनसे सीधा सवाल पूछ लिया कि क्या वे शादी करने वाले हैं। राहुल ने इस सवाल का जवाब बड़े मजाकिया अंदाज में दिया। उन्होंने कहा, “मैं शादी की कोई योजना नहीं बना रहा हूं। लेकिन अगर हो गई तो ठीक है।”
राहुल ने यह भी बताया कि वे पिछले 20-30 सालों से शादी के दबाव से बाहर निकल चुके हैं। यानी अब उन पर शादी करने का कोई दबाव नहीं है। लेकिन फिर भी उन्होंने छात्राओं से एक दिलचस्प वादा किया। राहुल ने कहा, “अगर मेरी शादी हुई तो मैं आप लोगों को जरूर बुलाऊंगा।” यह बात सुनकर वहां मौजूद सभी छात्राएं खुश हो गईं।
जम्मू-कश्मीर पर राहुल की राय
बातचीत के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। राहुल का मानना है कि दिल्ली से इस राज्य को चलाना ठीक नहीं है। राहुल ने कहा, “भारतीय इतिहास में पहली बार किसी राज्य का दर्जा छीना गया है। हमें यह तरीका पसंद नहीं आया। अब हमारा लक्ष्य है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को फिर से राज्य का दर्जा मिले और वहां के लोगों को पूरा प्रतिनिधित्व मिले।” राहुल ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं को समझना बहुत जरूरी है। उनका मानना है कि इस राज्य के लोगों को अपने फैसले खुद लेने का अधिकार मिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी पर राहुल की टिप्पणी
जब छात्राओं ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रधानमंत्री मोदी के बारे में पूछा, तो उन्होंने अपनी राय साफ-साफ रखी। राहुल ने कहा, “प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि वे किसी की बात नहीं सुनते। वे मानते हैं कि वे हमेशा सही हैं। अगर कोई उन्हें गलती दिखाता भी है, तो वे उसे मानने को तैयार नहीं होते।”
राहुल ने आगे कहा, “ऐसा व्यवहार कमजोरी से आता है, ताकत से नहीं। जो व्यक्ति दूसरों की बात नहीं सुनता, वह हमेशा समस्याएं पैदा करता है।” राहुल का मानना है कि एक अच्छे नेता को हमेशा दूसरों की बात सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए।
शिक्षा और रोजगार पर चर्चा
मुलाकात के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने छात्राओं से शिक्षा और रोजगार के मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि “देश के युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलने चाहिए।” राहुल ने जोर देकर कहा कि “सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।” राहुल ने कहा कि “हमारे देश में बहुत से प्रतिभाशाली युवा हैं। लेकिन उन्हें सही मौके नहीं मिल पा रहे हैं। हमें ऐसी व्यवस्था बनानी होगी जहां हर युवा को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिले।” उन्होंने यह भी कहा कि “सरकार को रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर ध्यान देना चाहिए।”
राहुल का कश्मीर दौरा: क्या है महत्व?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का यह कश्मीर दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब जम्मू-कश्मीर में कई बदलाव हो रहे हैं। राहुल का वहां जाना और लोगों से सीधे बात करना दिखाता है कि वे इस राज्य की स्थिति को समझना चाहते हैं। इस दौरे के दौरान राहुल ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने न सिर्फ राजनीतिक मुद्दों पर बात की, बल्कि युवाओं की समस्याओं को भी समझने की कोशिश की। यह दिखाता है कि राहुल युवाओं से जुड़ना चाहते हैं और उनकी समस्याओं को समझना चाहते हैं।
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