महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। शिवसेना (UBT) ने जब से नासिक मध्य के लिए वसंत गिते और नासिक पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के लिए सुधाकर बडगुजर को चुनावी मैदान में उतार है, तभी से गठबंधन के अंदर सीट बंटवारें (Seat Sharing) पर बहस छिड़ गई है। अब राष्ट्रवादी शरद पवार गुट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्धव ठाकरे की शिवसेना पर तंज कसते हुए कहा है कि ठाकरे गुट चाहे तो जिले की सभी 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दे, हम उनका झंडा हाथ में लेकर प्रचार करेंगे।
दरअसल, राष्ट्रवादी शरद पवार गुट नासिक पश्चिम और नासिक मध्य को अपनी सीट मानता है और यहां से अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रखी थी, लेकिन उद्धव ठाकरे की पार्टी द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने के बाद से ही शरद पवार गुट में भारी नाराजगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन दोनों सीटों के लिए गठबंधन के बीच खींचतान शुरू हो गई है।
सीटों के बंटवारें (Seat Sharing) पर अभी तक नहीं हुआ कोई फैसला
शरद पवार गुट के नेताओं ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया कि, महाविकास अघाड़ी में अभी तक सीटों के बंटवारें (Seat Sharing) पर कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन इसके बाद भी ठाकरे समूह शिवसेना के स्थानीय नेता एकतरफा फैसला लेकर नासिक मध्य और नासिक पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा के बाद शरद पवार गुट के नेता तंज कस रहे हैं कि ठाकरे गुट को यहां की सभी 15 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुनाव लड़ना चाहिए।
शिवसेना ने बदली वफादारी की परिभाषा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ग्रुप ओबीसी सेल के छब्बू नागरे और नासिक शहर जिला महासचिव मुन्नाभाई अंसारी कहा कि ठाकरे समूह ने उम्मीदवार उतार वफादारी की परिभाषा ही बदल दी है। जिन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है, वे कांग्रेस, मनसे, भाजपा जैसी पार्टियों से होते हुए शिवसेना में पहुंचे हैं। ऐसे लोग कैसे महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार बन सकते हैं। शरद पवार गुट के नेताओं ने बैठककर आगे की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि पवार गुट भी जल्द ही चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार उतार सकता है।