पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुंभ मेला शुरू, डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
पौष पूर्णिमा (Shakambhari Purnima) के पावन अवसर पर सोमवार को महाकुंभ मेला का शुभारंभ हुआ। इस दिन लगभग डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी श्रद्धालुओं, संत-महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुंभ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया।
सीएम योगी आदित्यनाथ का सोशल मीडिया पोस्ट
सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “मानवता के मंगलपर्व ‘महाकुम्भ 2025’ में ‘पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।” उन्होंने आगे लिखा, “प्रथम स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने में सहभागी महाकुंभ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, यूपी पुलिस, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रही, गंगा सेवा दूत, कुम्भ सहायकों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों और मीडिया जगत के बंधुओं सहित महाकुंभ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद! पुण्य फलें, महाकुंभ चलें।”
मानवता के मंगलपर्व 'महाकुम्भ 2025' में 'पौष पूर्णिमा' के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 13, 2025
प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।…
पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान का महत्व
तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्र के अनुसार, पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि इस दिन गंगा स्नान से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। इसी दिन से एक माह तक चलने वाला कल्पवास भी प्रारंभ हो जाता है, जिसमें लोग तीनों समय गंगा स्नान कर तपस्वी जीवन व्यतीत करते हैं और भगवान का भजन करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का विशेष संदेश
पीएम मोदी मोदी ने X पर लिखा कि भारतीय मूल्यों और संस्कृति को धारण करने वाले करोड़ों लोगों के लिए महाकुंभ 2025 एक विशेष दिवस है, जहां असंख्य लोग आस्था, समर्पण और संस्कृति के पवित्र संगम में एकत्र हो रहे हैं। महाकुंभ भारत की सनातन विरासत का प्रतीक है।” उन्होंने सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के शानदार प्रवास की कामना की।
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किन्नर संतों का आशीर्वाद लेने उमड़ी भीड़
मेला क्षेत्र में स्नान के बाद लोग अखाड़ों में नागा साधुओं का आशीर्वाद लेने पहुंचे। सेक्टर-16 स्थित किन्नर अखाड़ा में भी भारी संख्या में लोग किन्नर संतों का आशीर्वाद लेने पहुंचे। राजस्थान के बालोत्रा जिले से आए दिलीप कुमार ने कहा कि वे पहली बार इस मेले में आए हैं और किन्नर अखाड़े के संतों से मिलकर बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़े में साधु-संतों को सनातन धर्म का प्रचार करते देखना अच्छा लग रहा है और ये बेहद ही खास मौका। यह समाज काफी समय से उपेक्षित था, लेकिन कुंभ ने इन्हें संत के रूप में अपनाया, जो सराहनीय है।”
योगी सरकार और मेला प्रशासन की प्रशंसा
मुंबई से आए लाल जी भाई भानुशाली ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस शिविर के बारे में पता चला। उन्होंने योगी सरकार और मेला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बार मेले में स्वच्छता, शौचालय, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की अद्भुत व्यवस्था है। उन्होंने कहा, “योगी जी ने बहुत शानदार और अद्भुत व्यवस्था की है। “
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