एमपॉक्स (Mpox) को मंकीपॉक्स (Monkeypox) भी कहा जाता है। एमपॉक्स (Mpox) का एक घातक वेरिएंट केन्या और अन्य अफ्रीकन देशों में तेजी से फैल रहा है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन यानी डब्ल्यूएचओ (WHO) ने इसे लोगों के लिए एक बड़ा खतरा माना है और इसे इंटरनेशनल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी माना जा रहा है। पिछले साल के सितम्बर माह से इस रोग के मामलों में भरी बढ़ोतरी पायी गयी है। यह एक दुर्लभ रोग है, जिसका कोई सिद्ध उपचार नहीं है। कुछ लोगों में यह बीमारी गंभीर हो सकती है या जटिलताएं पैदा कर सकती हैं और यहां तक की यह मृत्यु का कारण भी बन सकती है। आइए जानें इस बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में। एमपॉक्स (Mpox) से बचाव के बारे में भी जानें।
एमपॉक्स (Mpox) क्या है?
एमपॉक्स (Mpox) या मंकीपॉक्स (Monkeypox) एक वायरस के कारण होने वाला रोग है, जिसकी वजह से रोगी को रैशज और फ्लू जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। यह रोग संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। इसके साथ ही संक्रमित जानवर भी इसे फैला सकते हैं। एमपॉक्स (Mpox) के दो प्रकार हैं, जिन्हें क्लैड I (Clade I) और क्लैड II (Clade II) के नाम से जाना जाता है।
एमपॉक्स के लक्षण
रोगी में एमपॉक्स के लक्षण कई दिनों या हफ्तों के बाद नजर आते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- बुखार
- रैशज
- लिम्फ नोड्स में सूजन
- ठंड लगना
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकावट
इस दौरान होने वाले रैशज की शुरुआत लाल रंग के फोड़ों से होती है, जो दर्दभरे हो सकते हैं। यह फोड़े थोड़े दिनों में पस से भर सकते हैं और बड़े हो सकते हैं। इसके साथ ही रोगी मुंह, चेहरे, हाथ, पैर, गुदा आदि पर भी घावों का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि, इससे पीड़ित लोगों में इन लक्षणों के अलावा कुछ अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं या ऐसा भी हो सकता है कि रोगी में कोई भी लक्षण नजर न आएं। लेकिन, अगर किसी व्यक्ति में इंफेक्शन का कोई भी लक्षण दिखे, तो उसे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
एमपॉक्स से बचाव
इस बीमारी के उपचार के लिए अभी कोई भी स्वीकृत एंटीवायरल ट्रीटमेंट (Antiviral Treatment) मौजूद नहीं है। डॉक्टर रोगी के लक्षणों के अनुसार उसका उपचार कर सकते हैं। लेकिन, इस रोग से बचाव के कुछ तरीके हैं, जो इस प्रकार हैं:
- चेचक के लिए बनाया गया टीका एमपॉक्स (Mpox) से भी सुरक्षा प्रदान करता है। इसलिए, इस रोग से बचाव के लिए स्मालपॉक्स का टीका लगवाएं।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- छींकते और खांसते हुए अपने नाक को ढक कर रखें।
- संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से बचें। उसकी इस्तेमाल की गई चीजों को न छुएं।
- यदि आप पश्चिम या मध्य अफ्रीका की यात्रा कर रहे हैं, तो जंगली जानवरों या ऐसे किसी भी जानवर के संपर्क से बचें, जिनमें एमपॉक्स वायरस हो सकता है। जंगली मांस को छूने या खाने से बचें।
- यौन संबंधों के दौरान कंडोम का उपयोग करें।
यहां दी गई जानकारी रिसर्च के आधार पर दी गई है। लेकिन अगर आप किसी भी शारीरिक परेशानी की समस्या से परेशान हैं, तो अपने हेल्थ एक्सपर्ट से ज़रूर सलाह लें।