Foreign Devotees: देशी ही नहीं विदेशी श्रद्धालुओं ने भी महाकुंभ में लगाई महाडुबकी
13 जनवरी से दुनिया के सबसे बड़े समागम की शुरुआत हो चुकी है। इस महाकुंभ में देश दुनिया श्रद्धालु पवित्र स्नान करने हेतु उमड़ पड़े हैं। विशेष रूप से दुनिया भर से कई महिला तीर्थयात्री महाकुंभ मेले में भाग लेने के लिए एकत्रित हुई हैं। बता दें कि मंगलवार के दिन दुनिया भर से श्रद्धालु मकर संक्रांति के अवसर पर पहले अमृत स्नान में भाग लेने के लिए प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में पहुंच चुके हैं। सोमवार को महाकुंभ के शुभारंभ के साथ भारतीय और विदेशी दोनों भक्तों (Foreign Devotees) ने पवित्र गंगा में जमकर डुबकी लगाईं। यही नहीं, संगम के तट पर 50 से अधिक देशों के श्रद्धालु आए हैं। इस महाकुंभ की बड़ी खासियत यह कि एपल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लारेन पॉवेल ने भी संगम में डुबकी लगाई। खैर, इस बीच कई विदेशी यात्रियों की तरह ही रूस की प्रियमा दासी ने कहा कि “हम यहां एक मुख्य उद्देश्य से आए हैं। हम अपने गुरुदेव के मार्गदर्शन में और सनातन धर्म का प्रचार करने के उद्देश्य से यहां आए हैं। हम लोगों के साथ इस ज्ञान को साझा करना चाहते हैं। हम लोगों को वास्तविक जीवन, धर्म के बारे में याद दिलाना चाहते हैं कि वे इस दुनिया में वास्तव में कैसे खुश रह सकते हैं।”
विदेशी भक्त (Foreign Devotees) भजन गाने के लिए हुए हैं एकत्र
इस कुम्भ की खास बात यह कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से विदेशी भक्त भजन गाने के लिए एकत्र हुए हैं। इस दौरान विदेशी श्रद्धालुओं (Foreign Devotees) ने जय जगदीश हरे’ और ‘महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम‘ गाए। इस बीच उन्होंने कहा कि “हम भारत आकर बहुत खुश हैं, क्योंकि हमें भारत से प्यार है। हम कुंभ मेले का हिस्सा बनकर बड़े रोमांचित हैं।” नेपाल की एक अन्य श्रद्धालु ने अपने पहले अमृत स्नान में भाग लेते हुए अपनी खुशी व्यक्त की। जर्मनी की एक श्रद्धालु थॉमस ने कहा कि “मुझे लगता है कि यह महाकुंभ बहुत अच्छी तरह से आयोजित किया गया है। यह बहुत बड़ा है और लोग बहुत मिलनसार हैं। मैं आध्यात्मिक ऊर्जा को महसूस करना चाहता था और भारतीय लोगों से मिलना चाहता था।” ध्यान देने वाली बात यह कि आध्यात्मिक अभ्यास और धर्मोपदेश में भाग लेने के लिए प्रयागराज में उमड़े हैं।
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त्रिवेणी संगम के इर्द-गिर्द का माहौल विदेशी श्रद्धालुओं (Foreign Devotees) की भक्ति से सराबोर हुआ है
बता दें कि महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है, जो हर 12 साल में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ-2025, जो पूर्ण कुंभ है, 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। इस दौरान त्रिवेणी संगम के इर्द-गिर्द का माहौल भक्ति से सराबोर हुआ है। विदेशी तीर्थयात्रियों (Foreign Devotees) के आने से मेले भव्यता और निखार आई है। भारतीय साधु संतों एक साथ-साथ विदेशी भी आध्यात्मिक ऊर्जा में शामिल हो गए। इस दौरान विदेशियों ने पवित्र त्रिवेणी संगम में जमकर डुबकी लगाईं। इस बीच, महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के साधुओं ने भी अमृत स्नान के लिए अपना जुलूस निकाला। प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा सबसे पहले अमृत स्नान किया। स्नान के लिए सभी 13 अखाड़ों को अलग-अलग 30-40 मिनट का समय दिया है।
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