‘बेड रोटिंग’ एक ऐसी टर्म है, जो आजकल सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय है। यह असल में सेल्फ-केयर का एक रूप है, जिसमें बच्चे पूरा दिन बिस्तर पर रह कर सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हैं और प्रसिद्ध शोज देखते हैं। बच्चों के साथ-साथ युवा भी इस ट्रेंड को अपना रहे हैं। लेकिन, साइकोलोजिस्ट अब इस बात पर विचार कर रहे हैं कि बेड रोटिंग का बच्चों के मानसिक विकास पर प्रभाव पड़ सकता है या नहीं? दरअसल दिन भर बिस्तर पर रहना कई समस्या का कारण बन सकता है या कई परेशानियों का संकेत भी हो सकता है। आइए जानें बेड रोटिंग (Bed rotting) के बारे में। सबसे पहले जानते हैं कि क्या बेड रोटिंग मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद है?
बेड रोटिंग (Bed rotting) मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद है: क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
स्लीप फाउंडेशन (Sleep Foundation) के एक्सपर्ट्स अनुसार बहुत देर तक बेड में लेटे रहने के कई नेगेटिव प्रभाव हो सकते हैं। एक्सपर्ट्स लोगों को नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटीज को करने की सलाह देते हैं। फिजिकल एक्टिविटीज करने से सबकी मेंटल हेल्थ में सुधार होता है।
बेड रोटिंग (Bed rotting) के मानसिक स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव
एक्सपर्ट्स कि मानें तो बहुत देर तक बिस्तर पर पड़े रहने से डिकंडीशनिंग हो सकती है। यह वो प्रोसेस है, जो मसल स्ट्रेंथ को कम कर सकती है और मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव ड़ाल सकती है। डिकंडीशनिंग उन लोगों में सामान्य है, जो बीमारी या किसी चोट आदि की वजह से बेडरेस्ट पर हों। लेकिन, अगर कोई किसी भी कारण से निष्क्रिय या गतिहीन रहता है, तो डिकंडिशनिंग शुरू हो सकती है। इसके अलावा सोशल कनेक्शन और इंटरेक्शन मेंटल हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण है। यदि कोई व्यक्ति अकेले बेड रोटिंग (Bed rotting) है, तो वह दूसरों के साथ महत्वपूर्ण बातचीत से चूक सकता है, जिससे उसकी मेंटल हेल्थ को नुकसान हो सकता है। बेड रोटिंग (Bed rotting) जो सामाजिक अलगाव में योगदान करती है, संभवतः किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में मदद नहीं कर सकती है।
बेड रोटिंग कब एक बड़ी समस्या बन सकती है?
बेड रोटिंग को सेल्फ केयर का एक प्रकार माना जाता है, लेकिन यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। अगर बेड रोटिंग किसी व्यक्ति के लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा बन जाती है, तो यह एक बड़ी परेशानी है। क्योंकि, यह डिप्रेसिव डिसऑर्डर का एक लक्षण हो सकता है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, समय-समय पर आराम करते हुए दिन बिताना एक अलग बात है। लेकिन यदि आप अधिक समय तक बेड रोटिंग (Bed rotting) की स्थिति में रहते हैं, तो यह इस गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है जैसे डिप्रेशन। बेड रोटिंग(Bed rotting) कुछ अन्य समस्याओं की तरफ इशारा भी करता है जैसे:
- सोने में समस्या (अगर आपको स्लीप डिसऑर्डर नहीं है)
- थकावट में बढ़ोतरी
- एंग्जायटी
- निराशा
- मेलजोल कम होना
- दैनिक कार्य करने में असमर्थता
- जिम्मेदारियों से बचना
- आपके जीवन के अन्य क्षेत्रों में नकारात्मक परिणाम
अगर आप इस समस्या को लेकर चिंतित हैं या कुछ गंभीर लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।
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