भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई के बारे में वरिष्ठ पत्रकार पंकज प्रसून ने एक रिपोर्ट प्रकाशित कर सनसनीखेज खुलासा किया है। रिपोर्ट में दावा किया हैं कि मुंबई से महज 50 किलोमीटर दूर बैकवाटर के पडघा में आतंकी सगंठन आईएसआईएस (ISIS) अपनी आतंकी गतिविधियों को खुलेआम संचालित कर रहा था। इसका मास्टरमाइंड था साकिब नाचन (Saqib Nachan ) नाम का आतंकवादी, जिसने पडघा गांव को आईएसआईएस का सेंटर बनाने के साथ गांव का नाम बदलकर अल शाम रख दिया।
पंकज प्रसून ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि, इस आतंकी साजिश का खुलासा साल 2023 के दिसंबर माह में ‘राष्ट्रीय जांच एजेंसी’ (NIA) द्वारा पडघा में मारे गए छापे के बाद हुआ। एनआईए (NIA) ने इस गांव से 44 ऐसे ड्रोन बरामद किए थे, जिनका प्रयोग मुंबई में हमला करने के लिए किया जाना था। इसके साथ ही इस आतंकी ठिकाने से कई कट्टरपंथी साहित्य और लाखों रुपये भी बरामद हुए थे। इनका इस्तेमाल लोगों को ट्रेनिंग देने के लिए हो रहा था। मुंबई के पास ऐसे आतंकी केंद्र का मिलना देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। साथ ही ऐसे खतरे को तत्काल खत्म करने की दिशा में कार्रवाई करने पर भी विवश करता है।
कई बम ब्लास्ट का आरोपी है आतंकी साकिब नाचन ( Saqib Nachan )
एनआईए अपनी जांच में आतंकी साकिब नाचन को भारत में आईएसआईएस का मुख्य साजिशकर्ता मान रही है। इसी साकिब पर मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर दिसंबर 2002 में हुए विस्फोट का भी आरोप था। साथ ही एक माह बाद मुंबई के विले पार्ले एरिया में हुए ब्लास्ट और मार्च 2003 में मुलुंड में हुए बम ब्लास्ट का साजिश रचने का भी यह आरोपी है। इन तीनों घटनाओं में 12 लोगों की मौत हुई थी और 100 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे।
आतंकी साकिब को पुलिस ने अप्रैल 2003 में गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद यह 7 साल तक जेल में रहा और 2011 में जमानत मिली। इसके कुछ महीने बाद उसे हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया। अदालत ने आतंकवाद विरोधी कानून के तहत साकिब को मार्च 2016 में हथियार रखने का दोषी ठहराते हुए 10 साल की सजा सुनाई थी। इसे नवंबर 2017 में फिर से जमानत मिल गई और यह रिहा होकर अपनी आतंकी साजिश रचने में जुट गया, लेकिन इसके नापाक मंसूबों को एनआईए ने समय रहते कुचलते हुए इसे गिरफ्तार कर लिया।