Kolkata Doctor case: Supreme Court  ने राज्‍य सरकार को जमकर लताड़ा, हुआ नेशनल टास्क फोर्स का गठन

Supreme Court

कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर में सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और राज्‍य पुलिस को जमकर लताड़ लगाई है। इस मामले का स्‍वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली एक पीठ ने मंगलवार को सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वह आगामी गुरुवार तक जांच का स्टेटस फाइल करे। कोर्ट यह रिपोर्ट देखना चाहती है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इस दौरान कहा कि हम एक नैशनल टास्क फोर्स भी बनाएंगे। 

इस टास्क फोर्स में 9 डॉक्‍टर और 5 ऑफिसर होंगे शामिल 

इस टास्क फोर्स में 9 डॉक्‍टर और 5 ऑफिसर को शामिल किया जाएगा। यह टास्‍क कोर्ट को सेफ्टी, वर्किंग कंडिशन और डॉक्‍टरों की बेहतरी के लिए रिपोर्ट तैयार करेगा। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को कहा कि “आपको हमपर ट्रस्ट करना होगा।” साथ ही कोर्ट ने डॉक्टरों को अपना प्रोटेस्ट वापस लेने का आग्रह करते हुए कहा कि “अगर कोई शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहा है, तो राज्य पुलिस संजीदगी से काम ले।” 

Supreme Court ने राज्‍य सरकार से पूछ कई गंभीर सवाल  

सुप्रीम कोर्ट में केस की सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि “पीड़िता के साथ आरोपि‍यों ने जानवर की तरह सलूक किया गया। राज्‍य सरकार मामले को छुपाने में लगी रही। वहां कानून व्‍यवस्‍था पूरी तरह से विफल हो चुकी।” मेहता ने कहा कि “कोलकाता पुलिस की जानकारी के बिना 7,000 लोगों की भीड़ आर जी कर अस्‍पताल में कैसे प्रवेश कर सकती है?” इस पर कोर्ट ने कोलकाता पुलिस की तरफ से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल पर प्रश्‍नों की बौछार कर दी। कोर्ट ने पूछा कि “क्या पीड़िता के पैरेंट्स को चार घंटे तक जबरन रोक कर रखा गया? क्या पुलिस ने शुरुआत में हत्‍या का केस दर्ज नहीं किया? घटना के समय कॉलेज के प्रिंसिपल क्या कर रहे थे?” चीफ जस्टिस ने अस्पताल में भीड़ के हमले पर पूछा कि “पुलिस उस समय क्या रह रही थी? कोलकाता पुलिस ने क्राइम सीन को क्यों प्रोटेक्ट नहीं किया?” 

Supreme Court ने प्रिंसिपल के इस्तीफा देने के बाद कुछ ही घंटे में दोबारा नियुक्त कर देने पर भी सवाल खड़े किये। सुप्रीम कोर्ट के इन सवालों पर कपिल सिब्बल जवाब नहीं दे पाये। सिब्बल ने कहा कि कोर्ट जो आदेश देगा उसका पालन होगा।

पीड़िता की फोटो वायरल होना गंभीर विषय 

Supreme Court ने पीड़िता का फोटो उजागर होने पर भी अपनी चिंता जाहिर की। सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने इस मामले में कोलकाता पुलिस से सख्त लहजे में कहा कि “जिस डॉक्‍टर के साथ यह दुखद घटना हुई उसके नाम और फोटो प्रकाशित होना गंभीर चिंता का विषय है। इसके जिम्‍मेदार लोगों की तलाश कर सख्‍त कार्रवाई की जाए।”

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