क्या सच में पूर्व प्रधानमंत्री Rajiv Gandhi ने आईएनएस विराट पर मनाई थी छुट्टी?

Rajiv Gandhi

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) के बारे में कहा जाता है कि जब वो प्रधानमंत्री हुआ करते थे, तब उन्होंने आईएनएस विराट का उपयोग निजी कैब के रूप में किया था। इस बात का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी प्रचार के दौरान किया था। यही नहीं, अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने शुक्रवार 10 मई 2019 के अंक में 32 साल पहले की अपनी रिपोर्ट्स को प्रकाशित भी किया था, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्षद्वीप यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई थी। 

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी थी रिपोर्ट 

दरअसल, 28 दिसंबर 1987 को एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में लिखा था कि “प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi)  साल 1987 की क्रिसमस की छुट्टी अपने इतालवी रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ लक्षद्वीप के एक निर्जन द्वीप पर बिताएंगे।” इसके चलते उस द्वीप पर हेलीपैड और अस्थायी झोंपड़ियों का निर्माण किया गया था। यही नहीं, जरूरी हर चीज को ले जाने के लिए एयरलिफ्ट भी करना पड़ा था। जिसमें, परिचारक, कुक, जनरेटर, पानी, और सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे।

रिटायर्ड नौसेना कमांडर ने भरी थी हामी

ऐसा नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ही पूर्व प्रधानमंत्री पर यह आरोप लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो रिटायर्ड नौसेना कमांडर, वीके जेटली ने राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) और सोनिया गांधी द्वारा बंगाराम आइलैंड पर छुट्टियां मनाने के लिए आईएनएस विराट का इस्तेमाल करने की बात को सही बताया था। उन्होंने कहा कि “खासतौर पर राजीव गांधी के लिए ही भारतीय नौसेना के संसाधनों का इस्तेमाल किया गया। मैं खुद इसका गवाह हूं। मैं भी उस वक्त आईएनएस विराट पर ही तैनात था।” 

यह उनका सरकारी दौरा था

इसके उलट आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर विनोद पसरीचा का कहना है कि “राजीव और उनकी पत्नी की ट्रिप पूरी तरह से आधिकारिक थी। सारे प्रोटोकॉल फॉलो किए गए। कोई छुट्टी पर नहीं आया था। इससे पहले भी कई प्रधानमंत्री विराट पर आ चुके हैं। राहुल गांधी उनके साथ थे लेकिन कोई विदेशी नहीं था। इसके आलावा पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (रि.) एल रामदास ने भी बयान जारी कर कहा कि “जिस वाकये को राजीव का सपरिवार छुट्टी मनाना बताया जा रहा है, वह दरअसल उनका सरकारी दौरा था। वे लोग वहां लड्डू-पेड़े बांटने नहीं गए थे। राजीव के साथ आईएनएस विराट पर कोई विदेशी नहीं था।” गौरतलब है कि रामदास उस वक्त दक्षिणी कमान के चीफ थे। 

हरिंदर सिक्का ने भी आईएनएस विराट का इस्तेमाल करने की बात को बताया था सही

इसके अलावा मशहूर लेखक हरिंदर सिक्का ने भी एक पॉडकास्ट के दौरान राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) द्वारा बंगाराम आइलैंड पर छुट्टियां मनाने के लिए आईएनएस विराट का इस्तेमाल करने की बात को सही बताया था। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी किस तरह भारतीय नौसेना के संसाधनों का इस्तेमाल किया अपने निजी मनोंरजन के लिए किया करते थे। ये वही पार्टी है जिसके प्रधानमंत्री ने खुले आम कहा था कि देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का पहला हक़ है। 

महानायक अमिताभ बच्चन भी थे शामिल 

खैर, अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित उस खबर के मुताबिक “लक्षद्वीप के बंगाराम द्वीप में छुट्टियां मनाने वाले प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) के साथ उनकी पत्नी सोनिया,  दोनों बच्चे राहुल और प्रियंका, अमिताभ और जया बच्चन के साथ दोनों बच्चे श्वेता और अभिषेक के अलावा सोनिया गांधी की मां श्रीमती पी माइनो, उनकी बहन नादिया वल्दिमेरो और उनका बच्चा जी वाल्डिमेरो के साथ सोनिया के बहनोई वाल्टर विंची और सोनिया की जर्मन मित्र सबीना शामिल थीं।” 

इसके आलावा पूर्व प्रधानमंत्री को नौसेना की फ्लीट द्वारा 24 घंटे सुरक्षा दी जा रही थी। ख़बरों की माने तो, राजीव गांधी की सुरक्षा को लेकर तैनात भारतीय नौसेना के जहाजों में विमानवाहक पोत आईएनएस तारगिरी, आईएनएस विराट, आईएनएस विंध्यगिरि और लैंडिंग शिल्प वाहक 39 आईएनएस मगर शामिल थे। यही नहीं, लक्षद्वीप प्रशासन के तेल टैंकर एमटी सुहेली और एमटी भारत भी तैनात थे।

आठ विदेशी मेहमान भी थे शामिल 

इंडियन एक्सप्रेस की 24 जनवरी 1988 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ”कम से कम आठ विदेशी मेहमान यहां नए साल की छुट्टी के दौरान प्रधानमंत्री और उनके परिवार में शामिल थे। जिसमें कुल मिलाकर, 24 पुरुष, महिलाएं और बच्चे थे। उन सबकी जरूरतों को देखते हुए विभिन्न विभागों, रसोइयों और नौसेना से जुड़े 70 अन्य व्यक्ति भी साथ थे। इसके अलावा लक्षद्वीप पुलिस और मध्य प्रदेश सशस्त्र विशेष पुलिस के तकरीबन 1200 पुलिसकर्मी बंगाराम द्वीप की सुरक्षा में शामिल थे।

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