Paris Olympic 2024: ग्रेट ब्रिटेन को हराकर भी भारतीय हॉकी टीम की खुशी रही अधूरी, अंपायरिंग विवाद ने खड़े किए सवाल

Paris Olympic 2024 ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की जीत के बावजूद, अंपायरिंग विवादों ने खेल की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं। हॉकी इंडिया ने इन मुद्दों पर गंभीर चिंता जताई है और समीक्षा की मांग की है।

पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की शानदार जीत

पेरिस 2024 (Paris Olympic 2024) ओलंपिक खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। ग्रेट ब्रिटेन को 1-1 (4-2 SO) से हराकर टीम ने क्वार्टरफाइनल में यादगार जीत हासिल की। कप्तान हरमनप्रीत सिंह (Captain Harmanpreet Singh) (22′) ने भारत के लिए गोल किया, जबकि ग्रेट ब्रिटेन के लिए ली मॉर्टन (27′) ने स्कोर किया। मैच नियमित समय में बराबरी पर रहा, लेकिन शूट-आउट में भारत ने बाजी मारी।

अंपायरिंग विवाद ने उठाए सवाल

इस जीत के बावजूद, मैच के दौरान हुए कुछ अंपायरिंग निर्णयों ने विवाद खड़ा कर दिया। हॉकी इंडिया ने इन निर्णयों पर गंभीर चिंता जताई है। खासतौर पर, वीडियो अंपायर रिव्यू की असंगतता, शूट-आउट के दौरान कोचिंग और गोलकीपर द्वारा वीडियो टैबलेट का उपयोग प्रमुख मुद्दे रहे।

वीडियो रिव्यू पर उठे सवाल

सबसे बड़ा विवाद भारतीय खिलाड़ी अमित रोहिदास (Amit Rohidas) को दिए गए रेड कार्ड को लेकर था। वीडियो अंपायर ने उन्हें जानबूझकर स्टिक उठाने और खिलाड़ी को चोट पहुंचाने हेतु प्रयास करने का दोषी पाया। लेकिन कई लोगों ने इसे उनकी सामान्य खेल गतिविधि का हिस्सा माना। हालाँकि इस फैसले ने वीडियो रिव्यू सिस्टम पर भरोसे को कम किया है।

शूट-आउट में अनियमितता

एक अन्य मुद्दा ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर को शूट-आउट के दौरान गोलपोस्ट के पीछे से कोचिंग दिए जाने का था। इसके अलावा, गोलकीपर द्वारा वीडियो टैबलेट का उपयोग भी विवाद का विषय बना। हॉकी इंडिया ने इन्हें fair play के उल्लंघन के रूप में देखा है।

हॉकी इंडिया की प्रतिक्रिया

हॉकी इंडिया ने इन घटनाओं की गहन समीक्षा की मांग की है। उनका मानना है कि ऐसी असंगतताएं खेल की integrity को कमजोर करती हैं और भविष्य के मैचों में fairplay सुनिश्चित करने के लिए इनकी जांच जरूरी है।

अमित रोहिदास का निलंबन

रेड कार्ड मिलने के कारण अमित रोहिदास को जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से निलंबित कर दिया गया है। एक तरह से यह भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि अब उनके पास सिर्फ 15 खिलाड़ी ही उपलब्ध होंगे।

चुनौतियां

इन विवादों और चुनौतियों के बावजूद, भारतीय टीम के मनोबल में रत्तीमात्र भी फर्क नहीं पड़ा है। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की (Dilip Tirkey) ने टीम के प्रदर्शन की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि टीम सेमीफाइनल में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी। बेशक भारतीय टीम का लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना है और वे इस लक्ष्य के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *