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Keto Friendly Oils for Weight Loss: यह 4 कीटो फ्रेंडली ऑयल्स वजन कम करने में कर सकते हैं आपकी मदद

कीटो डायट उस डायट को कहा जाता है, जिसका उद्देश्य केटोसिस नामक मेटाबोलिक प्रोसेस को प्रेरित करना है। इस डायट में बहुत कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना होता है। कीटो डायट का पालन करते समय, एनर्जी के लिए कार्ब्स को वसा से बदल दिया जाता है, जिसका लक्ष्य बॉडी की फैट बर्निंग प्रोसेस को बढ़ावा देना है। कीटो डायट को केवल किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि, इसमें किन खाद्य-पदार्थों का सेवन करना चाहिए और उन्हें कितनी मात्रा में लेना चाहिए, इसकी जानकारी होना जरूरी है। वजन कम करने के लिए कुछ कीटो फ्रेंडली तेल भी हैं, जो फायदेमंद साबित हो सकते हैं। आइए जानें वजन कम करने के लिए कीटो फ्रेंडली ऑयल्स (Keto Friendly Oils for Weight Loss) के बारे में।  वजन कम करने के लिए कीटो फ्रेंडली ऑयल्स (Keto Friendly Oils for Weight Loss) हेल्थलाइन (Healthline) के अनुसार कीटो एक कम कार्ब और हाई फैट वाला आहार है, लेकिन कभी-कभी “हाई फैट” वाला हिस्सा एक चुनौती हो सकता है, खासकर यदि आप कीटो डायट के लिए नए हैं और इतनी अधिक फैट खाने के आदी नहीं हैं। आइए जानते हैं वजन कम करने के लिए कीटो फ्रेंडली ऑयल्स (Keto Friendly Oils for Weight Loss) के बारे में।  नारियल का तेल वजन कम करने के लिए कीटो फ्रेंडली ऑयल्स (Keto Friendly Oils for Weight Loss)  में सबसे पहला नाम है नारियल के तेल का। कीटो डायट में इस तेल को प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि इसमें मीडियम-चेन-ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं। यह तेल तेजी से कीटोन्स में परिवर्तित हो जाता हैं, जिससे ऊर्जा का फास्ट सोर्स मिलता है। कुकिंग और बेकिंग के लिए भी इसे अच्छा माना जाता है। यह फैट बर्न करता है, जिससे वजन कम होने में मदद मिलती है। ओलिव ऑयल  एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल में मोनोसेचुरेटेड फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जिससे इसका इस्तेमाल सलाद, ड्रेसिंग और हल्दी कुकिंग में करना अच्छा माना गया है। हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करने और सूजन को कम करने में भी यह ऑयल फयदेमंद है। ओलिव ऑयल में हेल्दी फैट्स की उच्च मात्रा से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी सही रहता है। वजन कम करने के लिए कीटो डायट में इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद माना गया है। घी  वजन कम करने के लिए कीटो फ्रेंडली ऑयल्स (Keto Friendly Oils for Weight Loss) में घी का नाम भी शामिल है। घी क्लेरिफाइड बटर है। यह लैक्टोज फ्री होता है, जो इसे डेयरी सेंसिटिव लोगों के लिए उपयुक्त बनाता है। यह हेल्दी फैट्स और ए, डी, और ई जैसे वसा में घुलनशील विटामिन से भरपूर होता है। घी सभी व्यंजनों का स्वाद बढ़ाता है और वजन कम करने में मददगार है। एवोकाडो ऑयल एवोकाडो ऑयल एक और कीटो फ्रेंडली ऑप्शन है, इसमें हार्ट-हेल्दी मोनोसेचुरेटेड फैट्स होते हैं। हाई स्मोक पॉइंट के कारण यह तलने और रोस्टिंग के लिए बेहतरीन है। वजन कम करने में फायदेमंद होने के अलावा इसके कई अन्य शारीरिक लाभ भी हैं। एवोकाडो ऑयल के अलावा वजन कम करने के लिए कीटो फ्रेंडली ऑयल्स (Keto Friendly Oils for Weight Loss) में बटर को भी शामिल किया जा सकता है। Sources : https://www.healthline.com/nutrition/keto-oils  https://www.aboutoliveoil.org/keto-diet-and-olive-oil#:~:text=Adherents%20to%20the%20keto%20diet,lard%20as%20their%20primary%20fats #KetoDiet #LowCarbLiving #KetoOils #WeightLossTips #HealthyLiving #FatBurningFoods #KetoLife

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Foods for weight gain

Foods for weight gain; वजन बढ़ाना है तो अपने आहार में शामिल करें इन 5 फूड्स को

अपने वजन को सही और संतुलित रखना बहुत जरूरी है। अक्सर लोग अधिक वजन को ही समस्या मानते हैं और इसे कम करने के लिए कई उपाय करते हैं। लेकिन, वजन कम होना भी एक परेशानी है। अगर किसी व्यक्ति का वजन कम है, तो उन्हें अपना वजन बढ़ाने के लिए पूरे दिन में जितनी कैलोरीज खर्च होती हैं, उससे अधिक कैलोरी का सेवन करना चाहिए। अपने आहार में कुछ खास फूड्स को शामिल करने से आपको अतिरिक्त कैलोरीज और न्यूट्रिएंट्स मिल सकते हैं। जिससे सुरक्षित और प्रभावी तरीके से वजन बढ़ सकता है। यानी, कुछ फूड्स वजन बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं। आइए जानें वजन बढ़ाने वाले फूड्स (Foods for weight gain) के बारे में विस्तार से।  वजन बढ़ाने वाले फूड्स कौन से हैं? मायोक्लिनिक (Mayoclinic) के अनुसार अधिक कैलोरी वाले पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन वजन बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है। लेकिन, यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि कम वजन का कारण क्या है? वजन के कम होने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे कोई बीमारी। इसलिए, इस बारे में आप अपने डॉक्टर से बात करना न भूलें। वजन बढ़ाने वाले फूड्स इस प्रकार हैं:  प्रोटीन स्मूदीज घर पर बनी प्रोटी स्मूदीज में न्यूट्रिएंट्स बहुत अधिक होते हैं और वजन बढ़ाने का यह प्रभावी तरीका है। खुद स्मूदीज बनाने से आप अपनी मर्जी के इंग्रीडिएंट्स उसमें ड़ाल सकते हैं,जिससे कैलोरीज को बूस्ट करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही प्रोटीन सप्लीमेंट्स भी वजन बढ़ाने वाले फूड्स (Foods for weight gain) में से एक हैं। मेवे  मेवों को मसल बिल्डिंग के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह हेल्दी फैट्स और एनर्जी से भरपूर होते हैं। इसके साथ ही मेवों में विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। यही नहीं, मेवों में इलेक्ट्रोलाइट्स भी होते हैं जो हाइड्रेशन और एक्सरसाइज परफॉर्मन्स के लिए अच्छे माने जाते हैं। वजन बढ़ाने वाले फूड्स (Foods for weight gain) में मेवों को स्मूदीज, मील्स आदि में शामिल किया जा सकता है। ओट्स ओट्स में प्रोटीन, फाइबर और एनर्जी भरपूर मात्रा में होते हैं। वजन बढ़ाने के लिए सही भोजन के सेवन के साथ फाइबर के सेवन के प्रति भी सचेत रहना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपका पाचन ठीक से काम कर रहा है या नहीं। ओट्स को आप प्रोटीन पाउडर और मेवों के साथ खाएंगे तो और भी बेहतर होगा।  चावल और क्विनोआ कार्बोहाइड्रेट्स शरीर की एनर्जी का प्राइमरी सोर्स है। चावल और क्विनोआ फाइबर और अन्य विटामिन और मिनरल्स के भी अच्छे स्रोत हैं। क्विनोआ भी प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और इसमें चावल की तुलना में बेहतर न्यूट्रिएंट्स होते हैं। वजन बढ़ाने वाले फूड्स (Foods for weight gain) में चावल और क्विनोआ को शामिल करना न भूलें। मछली मछलियां जैसे सल्मोन और ऑयली फिश भी एनर्जी और प्रोटीन से भरपूर होती हैं। इसके साथ ही इनमें हेल्दी फैट्स भी होते हैं। इनमें अनहेल्दी फैट्स बहुत कम मात्रा में होते हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि कई अन्य एनिमल प्रोटीन सोर्स में अनहेल्दी फैट्स भरपूर मात्रा में होते हैं और हेल्दी फैट्स की मात्रा कम होती है। #GainWeightHealthy #HighCalorieFoods #NutritionForWeight #HealthyEating #WeightGainJourney #FitnessNutrition #HealthyFats

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चक्रवाती तूफान मचा रहा तबाही: मुंबई-दिल्ली समेत 10 राज्यों में आज आंधी के साथ भारी बारिश का अलर्ट

मानसून सीजन अब विदाई ले रहा है, लेकिन जाते-जाते यह देश भर में भारी तबाही मचा रहा है। मुंबई में बीते दिन करीब 7 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को बेहाल कर दिया। मौसम विभाग (IMD) ने आज भी मुंबई और दिल्ली समेत देश के 10 राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर देश के कई हिस्सों में पड़ रहा है और इसकी वजह से चक्रवाती तूफान कहर बरपा रहा है।  मुंबई के अलग-अलग जगहों पर तेज हवाओं के साथ भारी हो सकती है बारिश  मौसम विभाग के अनुसार, इस समय पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। जिसकी वजह से आज दिल्ली समेत कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने आज के लिए भी मुंबई में रेड अलर्ट जारी किया है। आज मुंबई के अलग-अलग जगहों पर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। साथ में बिजली गिरने की भी संभावना है। इस चेतावनी के साथ मौसम विभाग ने लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है।  उत्तर महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश का अलर्ट  बता दें कि, बंगाल की खाड़ी में इस समय निम्न दबाव वाला चक्रवात एक्टिव है। मानसून उत्तर महाराष्ट्र की तरफ से वापसी पर है, ऐसे में महाराष्ट्र में आद्रता का लेवल भी काफी बढ़ा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, इसी वजह से आज और कल मुंबई समेत मराठवाड़ा रीजन के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं विदर्भ एरिया के इलाकों में भी गरज चमक के साथ मध्यम बारिश हो सकती है।  दिल्ली समेत इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी  मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर दिल्ली के मौसम पर भी पड़ सकता है। जिसकी वजह से आज दिल्ली में भी 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, बिहार, असम, मेघायल, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और कोंकण में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कर्नाटक, झारखंड और ओडिशा में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।  #StormWarning #MumbaiWeather #DelhiRain #Cyclone2024 #WeatherAlert #RainWarning #IndianMonsoon

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बेंगलुरु मर्डर केस: महालक्ष्मी के 59 टुकड़े करने वाले मुख्य संदिग्ध ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट ने खोला सच

महालक्ष्मी की हत्या कर शव के 59 टुकड़े करने के सनसनीखेज मामले में नया मोड़ आ गया है। बेंगलुरु पुलिस जिसे इस हत्याकांड का मुख्य संदिग्ध मान तलाश कर रही थी, उसका शव ओडिशा में एक पेड़ से लटका मिला। शुरुआती जांच में बताया जा रहा है कि, उस संदिग्ध ने खुद फांसी लगा आत्महत्या की है। पुलिस को उसके पास से कथित तौर पर एक सुसाइ़ड नोट भी मिला है, जिसमें उसने महालक्ष्मी की हत्या की बात कबूल की है।  आरोपी मुक्ति रंजन रे घटना के बाद से ही फरार चल रहा था बेंगलुरु पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि “ओडिश की धुसुरी पुलिस पुलिस ने सूचना दी थी कि, 30 साल के जिस मुख्य संदिग्ध मुक्ति रंजन रे की हमें तलाश है, उसका शव ओडिशा के भद्रक जिले के एक गांव में मिला है। आरोपी मुक्ति रंजन रे घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार, आरोपी पुलिस से छिपते हुए मंगलवार को अपने गांव पहुंचा था, लेकिन दूसरे दिन वह घर से निकल गया और उसका शव गांव के पास ही एक पेड़ से लटका मिला।  मुख्य संदिग्ध और मृतका के बीच था प्रेम प्रसंग  ओडिशा के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ लॉ एंड ऑर्डर संजय कुमार ने बताया कि, आरोपी के शव के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें आरोपी ने महालक्ष्मी की हत्या करने की बात कबूल की है। इस सुसाइड नोट के आधार पर अब बेंगलुरु पुलिस ने यह पुष्टि की है कि, उसी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस अनुसार, आरोपी रंजन रे और महालक्ष्मी एक मॉल में साथ में काम करते थे और कथित तौर पर दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था। इस दौरान महालक्ष्मी के किसी और से संबंध बन गए, जिससे रंजन रे काफी नाराज था।  घर के फ्रिज में मिले थे शव के टुकड़े महालक्ष्मी 1 सितंबर के बाद से लापता था। महालक्ष्मी की तलाश करते हुए उसकी मां और बड़ी बहन 21 सितंबर को उसके घर पहुंची। जहां पर महालक्ष्मी का शव फ्रिज में मिला। शव को 59 टुकड़ों में कटा गया था और उसमें कीड़े लगे हुए थे। बता दें की, नेपाली मूल की महालक्ष्मी का परिवार तीन दशक से बेंगलुरु में रह रहा है। महालक्ष्मी की शादी हो चुकी थी और एक बेटी भी है। वह अपने पति हेमंत दास से पिछले नौ महीनों से अलग रह रही थी।  #JusticeForMahalaxmi #BreakingNews #IndiaCrimeNews #CrimeInvestigation #TrueCrimeStory #BengaluruSuicide #HorrificMurder

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Shardiya Navratri 2024

Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि माता दुर्गा के अलग-अलग वाहनों का महत्व और संकेत

शारदीय नवरात्रि 2024 (Shardiya Navratri 2024) की शुरुआत 03 अक्टूबर से हो रही है और इस बार मां दुर्गा पालकी पर सवार होकर आ रही हैं। नवरात्रि के इन नौ दिनों में देवी दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, हर नवरात्रि पर माता दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर पृथ्वी पर आती हैं और इन वाहनों के जरिए माता रानी हमें अलग-अलग संकेत देती हैं। आइए जानते हैं, इस साल मां दुर्गा किस वाहन पर आ रही हैं और उनके आगमन व प्रस्थान के वाहन किस बात के सूचक हैं। पालकी पर सवार मां दुर्गा का आगमन 2024 की शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2024) में देवी दुर्गा पालकी (डोली) पर सवार होकर आ रही हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पालकी पर माता का आगमन शुभ संकेत नहीं माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब माता डोली पर सवार होकर आती हैं, तो यह संदेश देती हैं कि समाज में चुनौतियों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है और प्राकृतिक आपदाओं की संभावना भी रहती है। पालकी पर माता का आगमन सामाजिक और आर्थिक संकट का सूचक भी हो सकता है, इसलिए भक्तों को इस दौरान विशेष रूप से सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता होती है। मां दुर्गा के विभिन्न वाहन और उनके संकेत हर बार नवरात्रि में माता का आगमन और प्रस्थान अलग-अलग वाहनों पर होता है, जिनसे हमें विशेष संकेत मिलते हैं। इन वाहनों के माध्यम से माता हमें समाज, देश और पर्यावरण के बारे में जानकारी देती हैं। यहां देखें कि मां दुर्गा के वाहन किस बात का प्रतीक हैं: इस बार का प्रस्थान शारदीय नवरात्रि 2024 (Shardiya Navratri 2024) में मां दुर्गा का प्रस्थान भी पालकी पर होगा। जब माता पालकी पर जाती हैं, तो यह संकेत होता है कि आने वाले समय में समाज में कोई बड़ा परिवर्तन या समस्या आ सकती है। ऐसे में भक्तों को सतर्क रहने और माता रानी की विशेष कृपा पाने के लिए आराधना में मन लगाना चाहिए। नवरात्रि के समय बरतें विशेष सावधानियां मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान के वाहन के संकेतों को देखते हुए इस नवरात्रि पर भक्तों को विशेष रूप से पूजा-पाठ में ध्यान लगाना चाहिए। माता की कृपा से हर संकट और विपत्ति का सामना किया जा सकता है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा की विशेष आराधना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और समाज में सुख-शांति का वास होता है। अतः इस शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2024) पर पालकी पर सवार होकर आ रही मां दुर्गा की आराधना करें और उनके वाहन से मिले संकेतों को समझते हुए अपने जीवन में सुधार और सकारात्मकता लाने का प्रयास करें। #NavratriFestival #DurgaSymbolism #GoddessDurga #Navratri2024 #DurgaMaaVehicles #SpiritualNavratri #DurgaVahanMessages

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Tulsi palnt

Tulsi: मान्यताओं के अनुसार कब नहीं जलाना चाहिए तुलसी के समीप दिया?

हिंदू धर्म में तुलसी (बासिल) को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है और इसे भगवान श्रीकृष्ण और देवी लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है। तुलसी के पौधे की विशेष धार्मिक मान्यता है, जिसके चलते इसे घर के आंगन या बगीचे में लगाने की परंपरा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी (Tulsi) के समीप दीया जलाने के कुछ विशेष समय भी होते हैं? चलिए जानते हैं इस संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें।  तुलसी (Tulsi) के समीप दीया जलाने के समय तुलसी के समीप दीया जलाने के लिए कई मान्यताएं प्रचलित हैं। मान्यता के अनुसार, तुलसी के पास दीया जलाना शुभ होता है, खासकर जब भक्तों की आरती होती है या पूजा की जाती है। लेकिन कुछ खास समय और परिस्थितियां ऐसी हैं जब तुलसी के समीप दीया नहीं जलाना चाहिए। कब नहीं जलाना चाहिए दीया? साथ ही, इस दिन तुलसी के पौधे के समीप दीपक जलाने की भी मनाही होती है, और यह मान्यता है कि रविवार को तुलसी की पूजा नहीं करनी चाहिए। इस दिन तुलसी के पौधे को छूना भी उचित नहीं माना जाता। कब जलाएं दिया? यदि शास्त्रों की मान्यता को देखा जाए, तो तुलसी (Tulsi) के पौधे की पूजा के लिए प्रातः काल का समय सबसे उत्तम माना जाता है। इस समय तुलसी में दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि तुलसी के पौधे में सूर्यास्त से पहले दीपक जलाना और पूजा करना चाहिए। वहीं, अगर हम तुलसी में जल चढ़ाने की बात करें, तो इसे सुबह सूरज निकलने से पहले, यानी सूर्योदय से पहले चढ़ाना सबसे अधिक शुभ माना जाता है। #SacredPlants #ReligiousBeliefs #PujaTraditions #Spirituality #TulsiPlant #VedicCulture #HinduCustoms #FestivalsOfIndia #PoojaVidhi

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Badlapur encounter case

Badlapur encounter case: बदलापुर एनकाउंटर पर पोस्टरवार! फडणवीस की बंदूक वाली तस्वीर ने मचाया सियासी हड़कंप

बदलापुर में हुआ एक पुलिस एनकाउंटर अब महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा मुद्दा बन गया है। यह मामला एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे से जुड़ा है। सोमवार शाम को जब पुलिस शिंदे को तलोजा जेल से बदलापुर ले जा रही थी तब रास्ते में यह घटना हुई। पुलिस का कहना है कि “शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली और गोली चला दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई जिसमें शिंदे की मौत हो गई।” विपक्षी नेता इस घटना की सच्चाई पर जता रहे हैं शक  बदलापुर एनकाउंटर केस (Badlapur encounter case) पर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी नेता इस घटना की सच्चाई पर शक जता रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि क्या यह सचमुच आत्मरक्षा का मामला था या फिर कुछ और ही चल रहा था। कई लोगों का कहना है कि इस मामले में कई बातें छिपाई जा रही हैं। मुंबई में अचानक दिखे अजीब पोस्टर इस बीच मुंबई की सड़कों पर कुछ अजीब पोस्टर लगे दिखे। इन पोस्टरों पर लिखा था “बदला पूरा”। इन पोस्टरों में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर थी जिसमें उनके हाथ में बंदूक दिखाई दे रही थी। ये पोस्टर किसने लगाए इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन इससे राजनीतिक माहौल और गरम हो गया है। इस पूरे मामले में अब दो तरह के विचार सामने आ रहे हैं। एक तरफ सरकार और पुलिस अपने कदम का बचाव कर रही है। उनका कहना है कि “यह आत्मरक्षा का मामला था।” वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल इस पर सवाल उठा रहे हैं। वे इस घटना की न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस की कहानी पर उठे सवाल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया सुले ने इस मामले में कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि “जब आरोपी का चेहरा ढका हुआ था और उसके हाथों में हथकड़ी थी तो वह पुलिस की पिस्तौल कैसे छीन सकता है।” शिवसेना के नेता संजय राउत ने भी इस एनकाउंटर पर शक जताया है। उनका कहना है कि “सरकार स्कूल प्रबंधन को बचाने की कोशिश कर रही है।” बदलापुर की घटना? बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आया था। इस मामले में अक्षय शिंदे मुख्य आरोपी था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और वह तलोजा जेल में बंद था। सोमवार शाम को पुलिस उसे जांच के लिए बदलापुर ले जा रही थी। पुलिस का कहना है कि “इसी दौरान शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली और गोली चला दी। इस गोली से एक सहायक निरीक्षक घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में शिंदे पर गोली चलाई जिससे उसकी मौत हो गई।” पुलिस का पक्ष पुलिस का कहना है कि “जब शिंदे ने पिस्तौल छीनी तब उसने कहा था कि वह किसी को नहीं छोड़ेगा। पुलिस निरीक्षक संजय शिंदे ने बताया कि अक्षय के व्यवहार से लग रहा था कि वह सबको मार देगा। इसलिए उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई। पुलिस का दावा है कि उनके पास इस घटना के ठोस सबूत हैं।” सरकार का रुख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस के कदम का समर्थन किया है। उनका कहना है कि “पुलिस ने आत्मरक्षा में ही गोली चलाई थी।” भाजपा के नेता आशीष शेलार ने कहा है कि “पुलिस के पास ठोस सबूत हैं। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया है कि वे इस मामले को तूल दे रहे हैं।” विपक्ष की मांग विपक्षी दल महा विकास अघाड़ी (MVA) ने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। उनका कहना है कि “इस घटना में कई संदिग्ध बातें हैं जिनकी जांच होनी चाहिए।” राकांपा नेता शरद पवार ने भी सवाल उठाया है कि “अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से स्थानांतरित करने की क्या जरूरत थी।” नागपुर में अपराध के आंकड़े इस बीच कांग्रेस ने नागपुर जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि “पिछले 6 महीनों में नागपुर में 6839 अपराध दर्ज हुए हैं। इनमें बलात्कार के 213 मामले महिलाओं से छेड़खानी के 320 मामले और पॉक्सो एक्ट के 172 मामले शामिल हैं।” कांग्रेस का आरोप है कि “गृहमंत्री फडणवीस ने नागपुर को मिर्जापुर बना दिया है।” विपक्ष इसे फर्जी एनकाउंटर कह रहा है बदलापुर एनकाउंटर केस (Badlapur encounter case) अब महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा मुद्दा बन गया है। एक तरफ सरकार इसे कानून व्यवस्था बनाए रखने का कदम बता रही है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसे फर्जी एनकाउंटर कह रहा है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है। देखना होगा कि इस विवाद का अंत कैसे होता है और क्या सच्चाई सामने आती है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस एनकाउंटर के मुद्दे पर बहस छेड़ दी है और न्याय व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। #PoliticalUproar #MaharashtraPolitics #EncounterControversy #FadnavisControversy #BadlapurCase #PoliticalDebate #GunImageStir

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Badlapur Encounter

Badlapur एनकाउंटर पर सख्त हुआ कोर्ट कहा, हाथ-पैर की जगह सिर पर कैसे लगी गोली?

बदलापुर (Badlapur) कांड के आरोपी अक्षय शिंदे के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के संबंध में बॉम्बे हाई कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की है। दरअसल, मृतक के पिता ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर एनकाउंटर को ‘फर्जी’ बताते हुए पूरे प्रकरण की जांच की मांग की थी। बुधवार को इसी याचिका पर सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस चव्हाण ने सरकारी वकील से कई चुभने वाले सवाल दागे। अदालत ने कहा कि “आरोपी अक्षय शिंदे के सिर पर गोली कैसे लगी? जबकि पुलिसवालों को पता होता है कि गोली कहां चलानी है।” जवाब में सरकारी वकील ने हाईकोर्ट से कहा कि “अधिकारी की पिस्तौल अनलॉक थी।” इसपर आश्चर्य व्यक्त करते हुए जज ने कहा कि “इस पर विश्वास नहीं होता। इसमें कुछ समस्याएं नजर आ रही हैं। एक आम इंसान पिस्तौल तो नहीं ही चला सकता, क्योंकि इसके लिए बल की जरूरत होती है।” चार-चार पुलिस वाले एक सामान्य कदकाठी के आरोपी को काबू नहीं कर पाए हाई कोर्ट ने आगे कहा कि “जब पीछे चार पुलिसवाले थे, तो फिर यह कैसे संभव है कि वो एक अकेले निहत्थे को काबू नहीं कर पाए, वह भी गाड़ी के पिछले हिस्से में। उसके आगे और बगल में दो-दो पुलिसवाले थे। चार-चार पुलिस वाले मिलकर भी एक सामान्य कदकाठी के आरोपी को काबू नहीं कर पाए। इस पर कौन यकीन करेगा।” इस दौरान अदालत ने साफ कहा कि “उसके लिए यह यकीन करना ही मुश्किल है कि यह एक मुठभेड़ ही थी।” आगे कोर्ट ने कहा कि “आपके मुताबिक उसने तीन फायर किए, लेकिन सिर्फ एक ही लगा। बाकी दो गोलियां कहां हैं? क्या यह पुलिस वालों पर सीधा फायर था? पुलिस अधिकारी को क्या चोट आई है? अगली पेशी पर सब कुछ पेश करिये।” सभी सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के दिए निर्देश महत्वपूर्ण बात यह कि कोर्ट ने पुलिस को आदेश देते हुए कहा कि “वह आरोपी अक्षय शिंदे को जेल से बाहर लाए जाने से लेकर शिवाजी अस्पताल में मृत घोषित किए जाने तक की सभी सीसीटीवी फुटेज को संभालकर रखे।” कोर्ट ने कहा कि “इस घटना की निष्पक्ष जांच की जरूरत है।” इसके अलावा अदालत ने राज्य सरकार को फॉरेंसिक लैब की सीलबंद रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया। यही नहीं, अदालत ने महाराष्‍ट्र पुलिस को सबंधित मामले में क्रॉस एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि मामले की अगली सुनवाई अब 3 अक्टूबर को होगी। क्या था पूरा मामला दरअसल, महाराष्ट्र के बदलापुर (Badlapur) में दो नाबालिग स्कूली बच्चियों के साथ यौन शोषण हुआ था। लोगों के भारी हंगामे के बीच पुलिस ने अक्षय शिंदे को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। इस मामले के बाद आरोपी अक्षय शिंदे की पहली पत्नी ने उसके खिलाफ केस दर्ज करवाया था। गिरफ्तारी के बाद तलोजा जेल से मामले की पूछताछ के लिए ले जाते समय पुलिस ने अक्षय शिंदे को एनकाउंटर में मार गिराया था। इस एनकाउंटर को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा उठी। प्रदेश के बड़े नेताओं ने पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े किये। बता दें कि अक्षय शिंदे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गोली लगने के चलते खून के अधिक रिसाव होने की वजह से मौत होने की पुष्टि हुई है।  #LegalInquiry #JusticeForVictims #EncounterControversy #JudicialReview #HeadshotMystery #PoliceAccountability #IndianLegalSystem

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केजरीवाल ने RSS चीफ से पूछा, “क्या ‘बेटा भाजपा’ इतना बड़ा हो गया कि अपनी मां ‘आरएसएस’ को आंखे दिखाने लगा”

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद से ही भाजपा पर हमलावर हैं। केजरीवाल ने अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख को पत्र लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की है। केजरीवाल ने अपने पत्र में पीएम मोदी की उम्र का मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि, “मैं यह पत्र नेता के तौर पर नहीं, बल्कि एक सामान्य नागरिक के तौर पर लिख रहा हूं। आज देश के जो हालात हैं, उसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं। केंद्र की भाजपा सरकार हमारे देश और देश की राजनीति को जिस दिशा में ले जा रही, वह पूरे देश के लिए हानिकारक है।”  अगर ऐसे ही चलता रहा तो देश का लोकतंत्र और हमारा देश हो जाएगा खत्म  केजरीवाल ने अपने पत्र में आगे लिखा, अगर ऐसे ही चलता रहा तो देश का लोकतंत्र और हमारा देश खत्म हो जाएगा। राजनीतिक पार्टियां, चुनाव और नेता तो आते-जाते रहेंगे, लेकिन भारत देश हमेशा रहेगा। हमारे देश का तिरंगा आसमान में गर्व से हमेशा लहराए, यह सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसी संबंध में जनता के मन में कुछ बड़े सवाल हैं, जो इस पत्र के माध्यम से आपके समक्ष रख रहा हूं।  केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख से पूछे ये पांच सवाल 1. देशभर में ED-CBI की धमकी देकर या तरह-तरह के लालच देकर दूसरी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं को तोड़ा जा रहा है, सरकारों को गिराया जा रहा है। क्या इस तरह जनता द्वारा चुनी हुई सरकारें गिराना लोकतंत्र के लिए सही है? बेईमानी करके सत्ता हासिल करना, क्या आरएसएस को मंजूर है? 2. देश के कुछ नेताओं को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर भ्रष्टाचारी कहा और उन्हीं नेताओं को कुछ दिन बाद भाजपा में शामिल करा लिया। 28 जून 2023 को पीएम मोदी ने एक पार्टी और उसके नेता पर सार्वजनिक मंच से 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया और इसके कुछ दिन बाद ही उस पार्टी को तोड़ उस नेता को अपने साथ मिला सरकार बना ली। इस तरह के कई मामले हैं, जब दूसरी पार्टियों के भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया। क्या आरएसएस ने ऐसी भाजपा की कल्पना की थी? क्या ये सब देखकर कष्ट नहीं होता? 3. भाजपा वह पार्टी है, जिसका जन्म आरएसएस की कोख से हुआ। इसलिए, आरएसएस की जिम्मेदारी है कि अगर भाजपा भटक जाए तो उसे सही रास्ते पर लाए। क्या आपने कभी भाजपा और नरेंद्र मोदी को गलत काम करने से रोका? 4. जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के समय कहा था कि भाजपा को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है। क्या बेटा अब इतना बड़ा हो गया कि अपनी ही मां को आंखें दिखाने लगा है? देश जानना चाहता है कि नड्डा के उस बयान से आपके दिल पर क्या गुजरी? 5. आप सभी ने मिलकर कानून बनाया कि 75 साल की उम्र के बाद भाजपा नेता रिटायर हो जाएंगे। इसी कानून के तहत आडवाणी,  मुरली मनोहर जोशी, खंडूरी, शांता कुमार और सुमित्रा महाजन जी जैसे कई नेताओं को रिटायर कर दिया गया। अब अमित शाह कह रहे कि यह कानून मोदी पर लागू नहीं होगा।  क्या इस पर आपकी सहमति है? क्या यह कानून सभी के लिए समान नहीं होना चाहिए? #KejriwalStatement #BJPIndependence #RSSChief #BJPPolitics #IndianPolitics #RSSandBJP #KejriwalQuestions

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Indias GDP growth

India’s GDP growth: Moody’s ने क्यों कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था कर रही है रॉकेट की रफ्तार से तरक्की?

आज भारत के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। Moody’s नाम की एक बड़ी कंपनी ने कहा है कि भारत की जीडीपी वृद्धि (India’s GDP growth) पहले से भी ज्यादा तेज होगी। उन्होंने अपने पुराने अनुमान को बदलकर कहा है कि 2024 में भारत की अर्थव्यवस्था 7.1% की रफ्तार से बढ़ेगी। यह खबर हम सभी के लिए गर्व की बात है। आइए जानें इस बदलाव के पीछे क्या कारण हैं और इसका क्या मतलब है। Moody’s ने क्या कहा? Moody’s एक ऐसी कंपनी है जो दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं का अध्ययन करती है। पहले उन्होंने कहा था कि “भारत 6.8% की दर से बढ़ेगा। लेकिन अब उन्होंने इसे बदलकर 7.1% कर दिया है। यह बदलाव छोटा लग सकता है लेकिन इसका मतलब बहुत बड़ा है। यह दिखाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो रही है।” महंगाई पर काबू Moody’s ने एक और अच्छी बात कही है। उन्होंने बताया कि “भारत में महंगाई भी कम होगी। पहले उन्होंने कहा था कि महंगाई 5% होगी लेकिन अब उन्होंने इसे घटाकर 4.7% कर दिया है। यह खबर आम लोगों के लिए राहत की बात है। कम महंगाई का मतलब है कि चीजें इतनी महंगी नहीं होंगी और लोगों की जेब पर ज्यादा बोझ नहीं पड़ेगा।” भारत की जीडीपी वृद्धि (India’s GDP growth) क्यों हो रही है तेज? कई कारण हैं जिनकी वजह से भारत की जीडीपी वृद्धि (India’s GDP growth) तेज हो रही है: दूसरों का भी भरोसा #IndiaEconomicGrowth #RocketSpeedEconomy #GDP2024 #IndiaEconomy #GlobalEconomy #EconomicReforms #IndiaGrowth

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