Jammu-Kashmir elections 2024

Jammu-Kashmir elections 2024: बीजेपी ने किया बड़ा फेरबदल, जानें किसे मिला टिकट और कौन हुआ बाहर

जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने पहले जारी की गई उम्मीदवारों की सूची को वापस लेकर एक नई संशोधित सूची जारी की है। इस कदम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। नई सूची में बड़े बदलाव Jammu-Kashmir elections 2024: बीजेपी की नई सूची में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पहली सूची में जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना का नाम नहीं था। यह खबर तेजी से फैली और कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। हालांकि, पार्टी ने जल्द ही इस सूची को वापस ले लिया और एक नई संशोधित सूची जारी की। नई सूची में कुल 15 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं: कश्मीरी पंडितों को मौका बीजेपी ने इस बार कश्मीर घाटी की दो सीटों से कश्मीरी पंडित उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। शांगुस-अनंतनाग पूर्व से श्री वीर सराफ और हब्बाकदल से श्री अशोक भट्ट को टिकट दिया गया है। यह कदम कश्मीरी पंडित समुदाय को साधने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। चुनाव प्रक्रिया और तैयारियां जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होने हैं। मतगणना 4 अक्टूबर को होगी। बीजेपी ने इस चुनाव की तैयारियों को लेकर दिल्ली में एक बड़ी बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। चुनावी समीकरण जम्मू-कश्मीर में इस बार का चुनाव कई मायनों में खास है। यह राज्य के विशेष दर्जे को हटाने के बाद पहला बड़ा चुनाव है। बीजेपी इस चुनाव में अपना प्रदर्शन बेहतर करने की कोशिश में है। पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के चयन में सावधानी बरती है और स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखा है। नए चेहरों को दिया है मौका  जम्मू-कश्मीर चुनाव 2024 (Jammu-Kashmir elections 2024) में बीजेपी की नई सूची कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इसमें पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और नए चेहरों को मौका दिया है। कश्मीरी पंडितों को टिकट देना एक बड़ा कदम है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये बदलाव पार्टी के लिए कितने फायदेमंद साबित होते हैं। #BJPReshuffle #PoliticalUpdates #BJPTickets #JKPolitics #BJPLeaders #ElectionNews #KashmirVotes

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BJP

इस बात को लेकर BJP और उद्धव सेना के कार्यकर्ता भिड़े, जमकर हुई हाथापाई 

महाराष्ट्र के संभाजी नगर में उद्धव सेना और बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हाथ-पाई और लातघूंसे चले। देखते ही देखते मामला इस कदर बढ़ गया कि पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इस दौरान पुलिस ने दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया। दरअसल, पूर्व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे संभाजीनगर पहुंचे हुए थे। उनका संभाजी नगर आना बीजेपी कार्यकर्ताओं को रास नहीं आया और वो जिस होटल में रुके थे बीजेपी कार्यकर्ता उसके बाहर उनका विरोध प्रदर्शन करने लगे। बीजेपी कार्यकर्ताओं को विरोध करता देख शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ता भी भारी तादात में जमा होने लगे और इस दौरान आक्रामक नारेबाजी करने लगे। एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी करते-करते दोनों तरफ के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और इस दरम्यान दोनों के बीच जमकर हाथापाई हुई।  औरंगाबाद एयरपोर्ट के बाहर PM Modi को दिखाए थे काले झंडे  बात दरअसल यह कि महाराष्ट्र में महिला उत्पीड़न के खिलाफ महाविकास अघाड़ी द्वारा राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था और इस बीच रविवार के दिन उद्धव गुट के कार्यकर्ताओं ने औरंगाबाद एयरपोर्ट के बाहर पीएम मोदी (PM Modi) को काले झंडे दिखाए थे। इससे बौखलाए बीजेपी (BJP) कार्यकर्ताओं ने दिशा सालियान मौत मामले के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने हेतु विरोध प्रदर्शन किया। और उनसे पूछा कि दिशा सालियान मौत मामले में उनकी भूमिका क्या है। फिर क्या था, बीजेपी और उद्धव गुट के कार्यकर्ताओं में झड़प होने लगी। मामला गंभीर होता देख, पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर दोनों पक्षो के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। खैर, उद्धव गुट नेता ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “पुलिस जानबझकर बीजेपी का समर्थन कर रही है।”  महिलाओं के खिलाफ अपराध एक अक्षम्य पाप है गौरतलब हो कि पीएम मोदी (PM Modi) ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में एक जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया और कहा कि ‘आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध एक अक्षम्य पाप है। जो भी दोषी है, उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाना चाहिए। #UddhavSena #MaharashtraPolitics #SambhajiNagar #PoliticalClash #AdityaThackeray

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Modi- Shah

मोदी-शाह को टेंशन देने के मूड में हैं बीजेपी के हनुमान?

खुद को बीजेपी का हनुमान बताने वाले केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने राष्ट्रव्यापी जातीय जनगणना का समर्थन किया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग ने कहा कि “उनकी पार्टी ने इसे लेकर अपना रुख हमेशा से ही स्पष्ट रखा है। हम लोग चाहते हैं कि जातिगत जनगणना हो।” हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि “यदि इसके आंकड़े सार्वजनिक किए गए, तो समाज में विभाजन निर्माण होगा।” सरकार के पास उस जाति की संख्या की जानकारी होनी चाहिए खबर के मुताबिक जातिगत जनगणना पर चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि “इसकी बड़ी वजह यह भी है कि कई बार राज्य और केंद्र सरकार किसी जाति को मुख्यधारा में जोड़ने के लिहाज से योजनाएं बनाती हैं। ऐसे में सरकार के पास उस जाति की संख्या की जानकारी होनी चाहिए, ताकि तदनुसार राशि का आवंटन हो सके। दरअसल, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को रविवार (25 अगस्त) के दिन रांची में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पांच साल के लिए अध्यक्ष चुन लिया गया है। इस दौरान पासवान ने कहा कि “राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने अपनी बैठक में मुझे अगले 5 साल के लिए फिर से चुन लिया गया है।” पहले भी रख चुके हैं पार्टी से अलग अपनी राय इसके पहले भी जातिगत जनगणना पर चिराग पासवान (Chirag Paswan) अपनी व्यक्तिगत राय रख चुके हैं। उनका कहना है कि “अगली जनगणना में जातिगणना को शामिल किया जाये।” चिराग के बयान से निश्चित ही बीजेपी के आलाकमान के माथे पर चिंता की लकीरें उभरी होंगी। खैर, आपको बता दें कि चिराग पासवान के दिवंगत पिता रामविलास पासवान देश के सबसे बड़े दलित नेताओं में से एक थे। #BJPChallenge #InternalPolitics #BJPNews #ModiVsHanuman #PartyLeadership #PoliticalDynamics #BJPInternalConflict

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Yogi

आगरा में गरजे Yogi कहा, हिंदू बटेंगे तो कटेंगे

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने एक सभा को संबोधित करते हुए सभी को एकजुट रहने का संदेश दिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “राष्ट्र से ऊपर कुछ नहीं हो सकता और राष्ट्र तभी सशक्त होगा, जब हम एकजुट होंगे। अन्यथा बटेंगे तो कटेंगे। आगे अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि “आप देख रहे हैं न बांग्लादेश में क्या हो रहा है। किसी भी हाल में वो गलतियां यहां नहीं दोहराई जानी चाहिए। बटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो नेक रहेंगे।” कहने की जरूरत नहीं है, उनके इस बयान के अपने अपने हिसाब से सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।  जाति और भाषा के नाम पर बांटने वाली ताकतों से सावधान रहना होगा योगी (Yogi) यही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि “लोगों को जाति और भाषा के नाम पर बांटने वाली ताकतों से सावधान रहना होगा। हमें महापुरुषों को याद रखना होगा। दुर्गादास राठौर का यही संकल्प था। आज उन्हें कोई याद करने वाला नहीं है। 10 साल से मूर्ति मेरा इंतजार कर रही थी। कृष्णलला के ही दिन इसका लोकार्पण हुआ। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी जन्माष्टमी के अवसर पर आगरा में दुर्गादास राठौर की प्रतिम का अनावरण करने पहुंचे थे।” इस दौरान उन्होंने न सिर्फ देश के लोगों को जन्माष्टमी की बधाई दी बल्कि इस अवसर पर श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।  हिंदुओं से एकजुट रहने की अपील  आज जन्माष्टमी है और देश के लोग बढ़े धूम-धाम से इस त्योहार को मानने की तैयारियों में जुटे हैं। एक तरफ भारत के हिंदू हैं जो जोर-शोर से तैयारी में जुटे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश में रह रहें अल्पसंख्यक हिंदू डर और आतंक के साये में जीने को मजबूर हैं। आलम यह है कि उनकी सुध लेने वाला कोई है नहीं। खैर, इस बीच जन्माष्टमी के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख़्यमंत्री योगी (Yogi) ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बीच हिंदुओं से एकजुट रहने की अपील की है।  हिंसा में तकरीबन 600 से अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। विदित हो कि विगत दिनों बांग्लादेश में हुए शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी थी। इस हिंसा में लोगों के घरों के साथ-साथ अल्पसंख्यक हिंदुओं को भी निशाना बनाया गया था। हिंदुओं के खिलाफ हुई हिंसा में तकरीबन 600 से अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। खैर, इस बीच बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के कार्यवाहक सरकार ने हिन्दुओं की रक्षा की बात कही थी।  #YogiInAgra #HindusUnited #UPPolitics #YogiMessage #HinduCommunity #PoliticalSpeech #YogiAddress

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PM Modi

महिलाओं के खिलाफ अपराध माफी योग्य नहीं, महिला अपराध पर अब सख्त कानून- पीएम मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में कोलकाता में हुई घटना के संदर्भ में कहा कि “महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह का अपराध माफी योग्य नहीं। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए हम कानून को मजबूत कर रहे हैं।” पीएम ने कहा कि “नए कानून में नाबालिगों के खिलाफ यौन हिंसा के अपराध पर मृत्युदंड और आजीवन कारावास तक का प्रावधान किया गया है।” हमारा मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज से महिला अपराध वाली मानसिकता को जड़ से खत्म करना है पीएम मोदी ने सम्मेलन में पहुंची महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “शादी के नाम पर बेटियों के साथ धोखाधड़ी के कई मामले सामने आते हैं। पहले इस तरह के धोखाधड़ी में सजा देने का कोई स्पष्ट कानून नहीं था, लेकिन अब भारतीय न्याय संहिता में झूठे वादे कर शादी करने और धोखेबाजी करने को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है। मैं आप सभी मां-बहनों को विश्वास दिलाता हूं, महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए केंद्र सरकार लगातार काम कर रही। हमारा मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज से महिला अपराध वाली मानसिकता को जड़ से खत्म करना है।” 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का वादा किया पूरा   प्रधानमंत्री ने अपने पुराने वादे को याद करते हुए कहा कि “लोकसभा चुनाव के दौरान जब मैं आप लोगों के पास आया था, तो मैंने आपसे एक वादा किया था। हमने कहा था कि, 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाएंगे। मैंने अपना यह वादा पूरा किया। ‘लखपति दीदी’ योजना आज न केवल महिलाओं की आय बढ़ा रहा रहा है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त बनाने का भी काम कर रहा है। भारत की नारी शक्ति ने हमेशा राष्ट्र और समाज निर्माण में अहम योगदान दिया है। आज जब हम सभी मिलकर देश को विकसित बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, तो एक बार फिर हमारी नारी शक्ति सबसे आगे आ रही है। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने बीते 10 साल में महिलाओं के लिए जो काम किया है वह आजादी के बाद से कोई भी सरकार नहीं कर पाई। महाराष्ट्र की 11 लाख नई लखपति दीदियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई ‘लखपति दीदियों’ से बातचीत भी की।  #PMModi #LakhpatiDidi #WomenEmpowerment #CrimesAgainstWomen #JusticeForWomen

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BJP

Jammu-Kashmir election:  BJP ने पहले जारी की इन 44 उम्मीदवारों की लिस्ट, फिर लिया यू-टर्न

दस साल बाद जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने आज सुबह अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। जारी इस सूची में उन्होंने 44 उम्मीदवारों के नाम शामिल किये थे। लेकिन अज्ञात कारणों की वजह से घंटे भर के भीतर ही इसे वापिस ले लिया गया है। फ़िलहाल, इसे लेकर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। देखना यह दिलचस्प होगा कि जारी की गई पहली सूची में जो उम्मीदवार थे क्या नई सूची वे सभी नाम होंगे या फिर कोई फेरबदल होगा? सुबह जारी किये थे 44 उम्मीदवारों के नाम  भाजपा ने अपनी इस लिस्ट में 44 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं। इस सूची में तीनों चरणों के विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए हैं। पहले चरण से 15 उम्मीदवार, दूसरे चरण से 10 उम्मीदवार और तीसरे चरण के लिए 19 उम्मीदवारों के नामों को शामिल किया गया था। इन उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम फैसला रविवार शाम को हुई भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लिया गया था।   नई रणनीति के साथ चुनाव में उतरी थी भाजपा बता दें कि, भाजपा (BJP) राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में रविवार को भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। समिति ने कई नामों पर चर्चा के बाद उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई। भाजपा की पहली लिस्ट में पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता और प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना जैसे बड़े नाम थे। इस लिस्ट से साफ है कि भाजपा जम्मू कश्मीर के चुनावी मैदान में इस बार नई रणनीति के साथ चुनाव में उतरी थी। यही नहीं इस लिस्ट में भाजपा ने नए और युवा चेहरे को ज्यादा मौका दिया था।  लिस्ट- https://x.com/AIRNewsHindi/status/1827941475184976275 भाजपा की लिस्ट में ये चेहरे थे शामिल  भाजपा (BJP) ने श्री माता वैष्णो देवी विधानसभा सीट से रोहित दुबे को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं किश्तवाड़ से भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील शर्मा को टिकट मिला था। शर्मा पिछली गठबंधन की सरकार में मंत्री रहे थे। इसी तरह केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई देवेंद्र राणा को नागोटा से उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं पार्टी ने पाम्पोर से सैयद शौकत गयूर अंद्राबी, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, राजपोरा से अर्शीद भट्ट, अनन्तनाग से अधिवक्ता सैयद वजाहत, अनन्तनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी, श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा से सोफी यूसुफ, शानगुस अनन्तनाग पूर्व से वीर सराफ को टिकट मिला था। पार्टी के अन्य उम्मीदवारों की बात करें तो, बुधल से चौधरी जुल्फीकर अली, जम्मू पश्चिम से अरविंद गुप्ता, मेंढर से मुर्तजा खान, अखनूर से मोहन लाल भगत, जम्मू उत्तर से शाम लाल शर्मा और छम्ब से राजीव शर्मा को मैदान में उतारा गया था।  जल्द जारी होगी नई लिस्ट प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने फ़िलहाल कुछ कारणों की वजह से लिस्ट को होल्ड हुआ है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो कुछ सीटों पर पुनः चर्चा होगी और फिर सबकी सहमति के बाद जल्द ही नई सूची जारी की जा सकती है।  #BJP #JammuAndKashmir #Election2024 #PoliticalNews #IndianPolitics

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Shiv Sena

Shiv Sena की असली-नकली लड़ाई में महाराष्ट्र की जनता ने बता दिया, कौन है असली किंग

महाराष्ट्र की सियासत का नक्शा इस विधानसभा चुनाव (Assembly elections) से पहले बदला बदला नजर आ रहा है। इस बदलाव का कारण है, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में हुई टूट। असली और नकली की लड़ाई में ये पार्टियां चुनाव आयोग तक का चक्कर लगाई। चुनाव आयोग ने अपने फैसले में असली नाम और निशान बागी गुटों को सौंप दी। अब असली शिवसेना (Shiv Sena) की कमान एकनाथ शिंदे और असली एनसीपी की कमान अजित पवार के हाथ में है। वहीं उद्धव ठाकरे को अपने पिता की बनाई पार्टी छोड़ दूसरी पार्टी बनानी पड़ी। यही हाल शरद पवार का भी रहा। शरद पवार ने जिस पार्टी को बनाया और खड़ा किया, उसे ही छोड़कर नई पार्टी बनानी पड़ी।  राज्य में असली और नकली की लड़ाई हो गई है तेज  विधानसभा चुनाव (Assembly elections) नजदीक आते ही अब एक बार फिर राज्य में असली और नकली की लड़ाई तेज हो गई है। चारों धड़े जनता के सामने खुद को असली पार्टी बता रहे हैं और उसी अनुसार जनता से वोट भी मांग रहे। लेकिन एक बहस चलती रही- असली पार्टी किसकी? दोनों ही दलों के सभी धड़े खुद को जनता के सामने असली पार्टी बताते रहे हैं, लेकिन इस पर जनता का क्या परसेप्शन है? यह जानने के लिए हालही में इंडिया टुडे- सी वोटर ने महाराष्ट्र के अंदर मूड ऑफ द नेशन सर्वे किया। जिसमें कई दिलचस्प खुलासे हुए।   एकनाथ शिंदे की लोकप्रियता में हो रहा इजाफा  इस सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र की 25 फीसदी जनता जहां राज्य सरकार के काम से संतुष्ट है, वहीं 35 फीसदी जनता ने खुद को सीएम शिंदे के काम से संतुष्ट बताया। मतलब साफ है, सीएम के काम से महाराष्ट्र के लोग ज्यादा संतुष्ट नजर आ रहे हैं। बतौर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बढ़ा यह ग्राफ बताता है कि असली-नकली की लड़ाई में शिंदे अब उद्धव ठाकरे से आगे निकलते नजर आ रहे हैं। जनता उन्हें स्वीकार्य रही है और अप्रूवल रेटिंग का ग्राफ बढ़ रहा है। राज्य के अंदर अब गद्दारी वाला फैक्टर नहीं चल रहा। राजनीति के जानकारों के अनुसार बीते कुछ महीनों में बतौर मुख्यमंत्री शिंदे की लोकप्रियता बढ़ी है। यह एक तरफ जहां शिवसेना (Shiv Sena) के लिए फायदेमंद है, वहीं भाजपा के लिए चिंता का विषय। क्योंकि लोकप्रियता के आधार पर ही तय होगा कि विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में इस गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा ? #ShivSena #Maharashtra #AssemblyElections 

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MVA

MVA नेताओं का प्रदर्शन, जानिए क्यों मुंह पर काली पट्टी बांधे दिखे Sharad Pawar?

ठाणे जिले के बदलापुर में दो बच्चियों के यौन शोषण को लेकर पूरे प्रदेश गुस्से से उबल रहा है। इस घटना के विरोध में जहां आम जनता प्रदर्शन कर रही, वहीं विपक्षी पार्टियां भी राज्य सरकार को घेरने में जुटी हैं। महाविकास अघाड़ी दल (MVA) भी आज इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) और सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने पीड़ित बच्चियों को न्याय दिलाने के लिए पुणे रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के सामने कार्यकर्ताओं के साथ मौन प्रदर्शन किया। इस दौरान दोनों नेता अपने मुंह पर काली पट्टी बांधे नजर आए।  MVA ने महाराष्ट्र बंद का किया था एलान  बता दें कि, बदलापुर दुष्कर्म मामले के विरोध में महाविकास अघाड़ी दल (MVA) ने आज के लिए महाराष्ट्र बंद का एलान किया था, लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र बंद के फैसले पर रोक लगा दी। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि इस तरह के बंद से आम जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित होता है। इसलिए बंद बुलाने का अधिकार किसी को नहीं है। हाईकोर्ट के इस रोक के बाद महा विकास अघाड़ी ने पूरे राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त  विरोध प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए शरद पवार ने कहा कि “महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, यहां पर महिलाओं पर हर दिन अत्याचार हो रहा है। सरकार इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रही है।” वहीं महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने गठबंधन द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन की जानकारी देते हुए बताया कि “महाविकास अघाड़ी दल (MVA) के नेता और कार्यकर्ता आज राज्य के विभिन्न स्थानों पर मुंह पर काली पट्टी बांधकर और काले झंडे लहरा राज्य की गठबंधन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे।” वडेट्टीवार ने कहा, “राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह धराशाई हो चुकी है। हम अपने प्रदर्शन के माध्यम से महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाओं की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। राज्य में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उससे पता चलता है कि अपराध पर राज्य सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।”  Latest News in Hindi Today Hindi news हिंदी समाचार #MVA #SharadPawar #Maharshtra #HighCourt #SupriyaSule

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Arun Jetaly

Arun Jaitley: भारत के विकास के लिए अरुण जेटली के 5 महत्वपूर्ण कदम

प्रतिष्ठित वकील, शानदार वक्ता और राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित रहें अरुण जेटलीजी (Arun Jaitley) को आज उनके पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलिहै। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वर्गीय अरुण जेटलीजी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में उनका योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा है। उनकी नेतृत्व क्षमता और व्यावसायिक कुशलता के कारण ही उन्हें अत्यधिक प्रभावशाली और प्रेरणादायक नेता माना जाता है। अरुण जेटली का राजनीतिक जीवन और योगदान अरुण जेटली का राजनीतिक करियर कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों से भरा हुआ है। उन्होंने 2014 से 2019 तक मोदी सरकार में वित्त मंत्री रहे और इस दौरान उन्होंने कई अहम आर्थिक सुधार किए। उनकी योजनाओं और नीतियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की और उसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। 1. GST (वस्तु और सेवा कर)- जेटली जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान था GST का कार्यान्वयन। यह एक ऐतिहासिक कर सुधार था जिसने भारतीय कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाया। GST ने भारत के विभिन्न राज्यों में एकसमान कर व्यवस्था सुनिश्चित की, जिससे व्यापार करने में सुविधा हुई और कर चोरी में कमी आई। 2. Insolvency and Bankruptcy Code (आईबीसी)- अरुण जेटली ने Insolvency and Bankruptcy Code (IBC) का निर्माण किया, जिसने दिवालिया होने वाली कंपनियों के निपटारे को प्रभावी और समयबद्ध तरीके से संभव बनाया। यह कानून भारतीय वाणिज्यिक प्रणाली को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण साबित हुआ और निवेशकों के लिए विश्वास पैदा किया। 3. डिजिटल भारत और E-Governance- जेटली जी ने डिजिटल भारत के अंतर्गत कई पहल कीं, जिनमें ई-गवर्नेंस और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना शामिल है। उनके नेतृत्व में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराया और नागरिकों के जीवन को सरल बनाया। 4. NPA (Non-Performing Assets) से निपटने की पहल- बैंकों में एनपीए की समस्या को हल करने के लिए जेटली जी ने कई सुधारात्मक कदम उठाए। उन्होंने बैंकों की बैलेंस शीट को साफ करने और एनपीए को नियंत्रित करने के लिए कई नीतियां बनाई। 5. सामाजिक योजनाओं का विस्तार- उनके कार्यकाल के दौरान कई सामाजिक योजनाओं जैसे कि जन धन योजना, उज्ज्वला योजना और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा दिया गया। इन योजनाओं ने देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार किया और करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया। अरुण जेटली का निधन 2019 में हुआ था, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी हमें प्रेरित करते हैं। उनके द्वारा बनाई गई नीतियां और योजनाएं भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं। उनकी पुण्यतिथि पर जय राष्ट्र न्यूज़ की पूरी टीम की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनकी विरासत और उनके कार्यों की स्मृति हमेशा हमारे साथ रहेगी। उनके द्वारा किए गए सुधार और उनकी दृष्टि ने भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी है। #ArunJaitley #IndianEconomy #DeathAnniversary #Business

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SHARAD PAWAR

जेड प्लस सिक्योरिटी मिलने पर Sharad Pawar ने जताया यह संदेह

केंद्र की मोदी सरकार ने राकांपा-एसपी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें जेड-प्लस सुरक्षा देने का निर्णय किया है। दरअसल, जेड सुरक्षा ऐसे लोगों को दी जाती है, जिन्हें जान का खतरा होता है या फिर जो आतंकियों के निशाने पर होते हैं। खैर, जेड-प्लस सुरक्षा मिलने पर शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि “उन्हें दी गई जेड-प्लस सुरक्षा उनके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त का प्रयास हो सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। विदित हो कि केंद्र सरकार ने बुधवार को शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की थी।  इस कदम के पीछे का असल कारण नहीं मालूम जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने को लेकर पूछे गए प्रश्न पर जवाब में शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि “मुझे इस कदम के पीछे का असली कारण नहीं मालूम।” शरद पवार ने आगे कहा कि “गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि केंद्र सरकार ने तीन लोगों को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने का फैसला लिया है। और मैं उनमें से एक हूं। फिर मैंने उनसे बाकी के अन्य दो सदस्यों के बारे में जानना चाहा, तो उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया।”  पवार ने आगे कहा कि “संभवतः महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और वे मेरे बारे में जानकारी हासिल करने के लिए ऐसा कर रहे हों।”  महाविकास अघाड़ी का प्रमुख हिस्सा हैं शरद पवार (Sharad Pawar) आपको बता दें कि शरद पवार (Sharad Pawar) विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी का प्रमुख हिस्सा हैं, इसमें राकांपा-एसपी के अलावा शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा, शिवसेना और राकांपा एकसाथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में इस साल अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।  जानिए क्या होती है जेड-प्लस जेड और वाई सुरक्षा? वर्तमान में भारत में सुरक्षा चार श्रेणियों में बंटी हुई है: एक्स, वाई, ज़ेड और ज़ेड प्लस शामिल हैं। इनमें ज़ेड प्लस सुरक्षा सबसे ज़्यादा अहम मानी जाती है। ज़ेड प्लस सुरक्षा में 55 जवानों की एक टीम होती है, जो 24 घंटे सुरक्षा देती है। इसके अलावा दूसरी है ज़ेड सिक्योरिटी जिसमें जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं। तीसरी है वाई प्लस जिसमें 11 कर्मी शामिल होते हैं। इसके बाद नंबर आता है वाई कैटेगरी का जिसमें 8 सुरक्षाकर्मी होते हैं। और आखिरी है एक्स श्रेणी की सुरक्षा जिसमें 2 कर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था होती है। इस श्रेणी में कोई कमांडो नहीं होता। सिर्फ सशस्त्र पुलिस कर्मी होते हैं। महत्वपूर्ण बात यह कि ज़ेड प्लस सुरक्षा पाने वाले कुछ लोगों में गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं।   #SecurityConcerns #IndiaPolitics #ZPlusCover #SecurityIndia #PoliticalNews #SharadPawarNews #SecurityUpgrade

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