नाखून (nail) संबंधी इन समस्याओं को भूलकर भी न करें नज़रअंदाज, अन्यथा हो सकते हैं गंभीर परिणाम 

Nail health

नाखून यानी नेल्स हमारे हाथों और पैरों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह हमारी उंगलियों और अंगूठों के सिरों को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। यही नहीं, कुछ एक्टिविटीज करने में भी हमें इनकी जरूरत पड़ती है जैसे खुजली करना, चीजों को उठाना आदि। नाखून नेल प्लेट और टिश्यू से बने होते हैं। क्या आप जानते हैं कि नाखून किसी हेल्थ प्रॉब्लम का संकेत भी हो सकते हैं? अगर आप अपने नाखूनों में कोई बदलाव देखते हैं, तो आपको इसके कारणों के बारे में पता होना चाहिए। नाखूनों में आया यह बदलाव अस्थायी हो सकता है या लंबे समय तक भी रह सकता है। यह नाखून संबंधी समस्याएं (Nail problems) नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए। जानिए, इन नेल प्रॉब्लम्स के बारे में, जो स्वास्थ्य से जुड़ी किसी समस्या का संकेत हो सकती हैं।

नाखून संबंधी समस्याएं: जिन्हें कतई न करें नजरअंदाज

हेल्थलाइन (Healthline) के अनुसार नाखूनों की बनावट या अपीयरेंस किसी चोट, इंफेक्शन या किसी अन्य हेल्थ प्रॉब्लम की वजह से बदल सकती है। इन बदलावों में मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है। कुछ नाखून संबंधी समस्याएं  (Nail problems) इस प्रकार हैं:

पीले नाखून

पीले नाखून होने का एक ही सामान्य कारण होता है और वो है फंगल इंफेक्टशन। जैसे-जैसे इंफेक्शन बिगड़ता है, नाखून मोटे होकर उखड़ सकते हैं। दुर्लभ मामलों में पीले नाखून कुछ गंभीर कंडीशंस का संकेत भी हो सके हैं जैसे गंभीर थायरॉइड डिजीज, लंग डिजीज और डायबिटीज आदि।

नीले नाखून

नाखूनों का नीले होने का मतलब यह हो सकता है कि रोगी के शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। यह वातस्फीति emphysema जैसी फेफड़ों की समस्या का संकेत हो सकता है। कुछ हार्ट प्रॉब्लम्स भी नीले नाखूनों से जुड़ी हो सकती हैं। यह नाखून संबंधी समस्याएं  (Nail problems) गंभीर भी हो सकती हैं। 

टूटे हुए या क्रैक्ड नाखून

नाखून संबंधी समस्याएं (Nail problems) जैसे रूखे और भंगुर नाखून, जल्दी क्रैक हो जाते हैं व टूट जाते हैं। इस समस्या को थायरॉइड से जोड़ा जाता है। इसके अलावा नाखूनों का टूटना और पीला होना फंगल इंफेक्शन की वजह से भी हो सकता है।

कुतरे हुए नाखून 

आपने कई लोगों के नाखून ऐसे देखें होंगे जो ऐसे लगते हैं जैसे चूहे ने कुतरे हों। ऐसे नाखून इन्हें चबाने की आदत की वजह से भी हो सकते हैं। लेकिन, कुछ मामलों में ऐसा लगातार एंग्जायटी के कारण भी हो सकता है। नाखून काटने या कुतरने की आदत को ऑब्सेसिव- कंपल्सिव डिसऑर्डर से भी जोड़ा गया है। यह नाखून संबंधी समस्याएं (Nail problems) होने पर मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है।

नाखून के नीचे काली लाइंस

नाखून के डिस्कलरेशन को मेलानोनीचिया (Melanonychia)  कहा जाता है। यह समस्या मेलेनिन पिग्मेंट की वजह से होती है। इस नेल प्रॉब्लम के कई कारण हो सके हैं जैसे स्किन कैंसर, इंफेक्शन आदि। 

सूजे हुए और मुड़े हुए नाखून

इस स्थिति को क्रोनिक पैरोनिचिया (Chronic paronychia) कहा जाता है। यह ऐसी स्थिति है, जो त्वचा की परतों और नाखूनों के आसपास के टिश्यूज में सूजन, रेडनेस और सूजन का कारण बनती है। यह आमतौर पर जलन या एलर्जी के कारण है। लेकिन, यह कवक कैंडिडा अल्बिकन्स (Fungus Candida albicans), अन्य संक्रमण या सोरायसिस भी इस नेल प्रॉब्लम के कारण हो सकते हैं। नाखून संबंधी समस्याएं (Nail problems) होने पर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

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