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केजरीवाल ने RSS चीफ से पूछा, “क्या ‘बेटा भाजपा’ इतना बड़ा हो गया कि अपनी मां ‘आरएसएस’ को आंखे दिखाने लगा”

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद से ही भाजपा पर हमलावर हैं। केजरीवाल ने अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख को पत्र लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की है। केजरीवाल ने अपने पत्र में पीएम मोदी की उम्र का मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि, “मैं यह पत्र नेता के तौर पर नहीं, बल्कि एक सामान्य नागरिक के तौर पर लिख रहा हूं। आज देश के जो हालात हैं, उसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं। केंद्र की भाजपा सरकार हमारे देश और देश की राजनीति को जिस दिशा में ले जा रही, वह पूरे देश के लिए हानिकारक है।”  अगर ऐसे ही चलता रहा तो देश का लोकतंत्र और हमारा देश हो जाएगा खत्म  केजरीवाल ने अपने पत्र में आगे लिखा, अगर ऐसे ही चलता रहा तो देश का लोकतंत्र और हमारा देश खत्म हो जाएगा। राजनीतिक पार्टियां, चुनाव और नेता तो आते-जाते रहेंगे, लेकिन भारत देश हमेशा रहेगा। हमारे देश का तिरंगा आसमान में गर्व से हमेशा लहराए, यह सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसी संबंध में जनता के मन में कुछ बड़े सवाल हैं, जो इस पत्र के माध्यम से आपके समक्ष रख रहा हूं।  केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख से पूछे ये पांच सवाल 1. देशभर में ED-CBI की धमकी देकर या तरह-तरह के लालच देकर दूसरी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं को तोड़ा जा रहा है, सरकारों को गिराया जा रहा है। क्या इस तरह जनता द्वारा चुनी हुई सरकारें गिराना लोकतंत्र के लिए सही है? बेईमानी करके सत्ता हासिल करना, क्या आरएसएस को मंजूर है? 2. देश के कुछ नेताओं को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर भ्रष्टाचारी कहा और उन्हीं नेताओं को कुछ दिन बाद भाजपा में शामिल करा लिया। 28 जून 2023 को पीएम मोदी ने एक पार्टी और उसके नेता पर सार्वजनिक मंच से 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया और इसके कुछ दिन बाद ही उस पार्टी को तोड़ उस नेता को अपने साथ मिला सरकार बना ली। इस तरह के कई मामले हैं, जब दूसरी पार्टियों के भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया। क्या आरएसएस ने ऐसी भाजपा की कल्पना की थी? क्या ये सब देखकर कष्ट नहीं होता? 3. भाजपा वह पार्टी है, जिसका जन्म आरएसएस की कोख से हुआ। इसलिए, आरएसएस की जिम्मेदारी है कि अगर भाजपा भटक जाए तो उसे सही रास्ते पर लाए। क्या आपने कभी भाजपा और नरेंद्र मोदी को गलत काम करने से रोका? 4. जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के समय कहा था कि भाजपा को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है। क्या बेटा अब इतना बड़ा हो गया कि अपनी ही मां को आंखें दिखाने लगा है? देश जानना चाहता है कि नड्डा के उस बयान से आपके दिल पर क्या गुजरी? 5. आप सभी ने मिलकर कानून बनाया कि 75 साल की उम्र के बाद भाजपा नेता रिटायर हो जाएंगे। इसी कानून के तहत आडवाणी,  मुरली मनोहर जोशी, खंडूरी, शांता कुमार और सुमित्रा महाजन जी जैसे कई नेताओं को रिटायर कर दिया गया। अब अमित शाह कह रहे कि यह कानून मोदी पर लागू नहीं होगा।  क्या इस पर आपकी सहमति है? क्या यह कानून सभी के लिए समान नहीं होना चाहिए? #KejriwalStatement #BJPIndependence #RSSChief #BJPPolitics #IndianPolitics #RSSandBJP #KejriwalQuestions

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Maharshtra Election

Maharashtra: चुनाव आयोग की टीम 26 सितंबर को पहुंच रही महाराष्ट्र, राज्य में बढ़ी सियासी हलचल, जानिए कब बजेगा चुनावी बिगुल?

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में जारी विधानसभा चुनावों के बीच चुनाव आयोग ने अब महाराष्ट्र (Maharashtra) और झारखंड चुनावों की तैयारी भी शुरू कर दी है। चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए आयोग जल्द ही इन राज्यों का दौरा करने जा रही है। चुनाव आयोग की टीम महाराष्ट्र (Maharashtra) आ रही है। आयोग द्वारा 28 सितंबर को मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस भी की जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि इस दिन ही आयोग महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर देगा।  तारीखों के ऐलान के पहले शिंदे सरकार कर सकती है बड़ी घोषणाएं  चुनाव आयोग के इस दौरे से पहले राज्य सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। शिंदे सरकार ने एक साथ कई अहम फैसले लिए थे। इसमें राज्य के तीर्थ स्थलों के विकास के लिए 350 करोड़ रुपये की स्वीकृति देना भी शामिल है। माना जा रहा है कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले शिंदे सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़ी घोषणाएं भी कर सकती है।  महाराष्ट्र (Maharashtra) दौरे में चुनाव आयोग का यह रहेगा शेड्यूल   चुनाव आयोग ने अपने चुनावी कार्यक्रम की जानकारी मीडिया को देते हुए बताया कि, “उनकी टीम 26 सितंबर को महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचेगी। यह टीम अगले दिन यानी 27 सितंबर को सभी राजनीतिक दलों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। इसके अलावा सभी जिले के डीसी और एसपी के साथ भी बैठक करेगी। इन बैठकों के बाद आयोग की टीम 28 सितंबर को मुंबई में मीडिया को संबोधित करेगी।” ऐसे में माना जा रहा है कि, आयोग इस दिन चुनाव तारीखों का ऐलान भी कर सकता है। हालांकि, कुछ राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि चुनावी तारीखों का ऐलान 10 अक्टूबर तक हो सकता है।  2019 चुनाव में क्या रही थी स्थिति? बता दें कि, महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा में कुल 288 विधानसभा सीटें है। राज्य में बहुमत की सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन के पास 145 विधायक होने जरूरी हैं। साल 2019 में भाजपा और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और 161 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन सीएम पद पर मतभेद के कारण शिवसेना ने भाजपा से गठबंधन तोड़ कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर लिया। इस चुनाव में कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार के चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति और महाविकास आघाडी के बीच मुकाबला होगा।  #Polls2024 #ElectionBuzz #MaharashtraPolitics #VoteReady #ElectionUpdates #PoliticalCampaign #ElectionCountdown

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PM Modi: सफल और सार्थक रही पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के बाद भारत रवाना हो चुके हैं। विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को बेहद सफल बताता है। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बताया कि पीएम मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा क्वांटम कम्प्यूटिंग, तकनीक, एआई और सेमीकंडक्टर को बढ़ावा देने के संबंध में काफी अहम रही है। अमेरिका की सफल और सार्थक यात्रा पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं।  वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर की चर्चा  पीएम मोदी ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में समिट ऑफ द फ्यूचर को संबोधित किया और क्वाड लीडर्स समिट में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने यूक्रेन, कुवैत, नेपाल और फिलिस्तीन के नेताओं के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। वहीं क्वाड सम्मेलन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ भी पीएम मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। दुनिया में शांति और विकास के लिए वैश्विक संस्थाओं में सुधार जरूरी   विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने पीएम मोदी की इस यात्रा को सफल बताते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में संघर्षों, ऊर्जा, स्वास्थ्य और जलवायु की वैश्विक चुनौतियों से लेकर ग्लोबल गवर्नेंस तक पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को भारतीय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और मानव कल्याण योजनाओं के बारे में जानकारी दी। साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को भी संबोधित किया। इस शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास युद्ध समेत दुनियाभर में चल रहे अन्य संघर्षों की पृष्ठभूमि में कहा, मानवता की सफलता हम सभी की सामूहिक शक्ति में निहित है, किसी युद्ध के मैदान में नहीं। विश्व में शांति और विकास लाने के लिए वैश्विक संस्थाओं में सुधार बेहद जरूरी है। राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ भी की द्विपक्षीय बैठक  पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ भी द्विपक्षीय बैठक भी की। इस वार्ता के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत द्वारा किए जा रहे शांति के प्रयासों को सराहा। इस मुलाकात में पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति को युद्ध रोकने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे शांति के प्रयासों की जानकारी दी। #GlobalLeadership #IndiaUSPartnership #Diplomacy #PMModi2024 #IndoUSCooperation #ModiAtUN #ModiInWashington

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PM Modi

PM Modi ने युद्ध को लेकर जेलेंस्की से कही यह महत्वपूर्ण बात

अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से द्विपक्षीय मुलाकात की। एक महीने के अंदर यह दोनों नेताओं के बीच दूसरी मुलाकात है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि, ‘पीएम मोदी ने इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की से कई मुद्दों पर बात की है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, “उन्होंने हमेशा शांति के रास्ते पर आगे बढ़ने की बात की है। अगर शांति नहीं होगी, तो विकास भी संभव नहीं। युद्ध खत्म होगा या नहीं, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन सभी लोगों की कोशिश किसी भी तरह से इस युद्ध को खत्म करने पर केंद्रित है।” बीते 23 अगस्त को पीएम मोदी (PM Modi) ने किया था यूक्रेन का दौरा  बता दें कि, पीएम मोदी (PM Modi) ने बीते 23 अगस्त को यूक्रेन का दौरा किया था। साल 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह किसी भी भारतीय पीएम की पहली यूक्रेन यात्रा थी। वहां पर यूक्रेनी राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने युद्ध रोकने और जल्द शांति बहाल के लिए हर संभव तरीके से मदद करने की इच्छा जताई थी। दोनों नेताओं की तरफ से जारी संयुक्त बयान में भी कहा गया था, कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक साझेदारी की तरफ बढ़ाने के इच्छुक हैं।  यूक्रेन के अनुरोध पर हुई बैठक  पीएम मोदी (PM Modi) और राष्ट्रपति जेलेंस्की की न्यूयॉर्क में हुई बैठक की जानकारी देते हुए विदेश सचिव ने कहा, “इस बैठक के लिए यूक्रेनी पक्ष की तरफ से अनुरोध किया गया था, जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच यह बैठक हुई। बैठक में दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई।” विदेश सचिव ने कहा कि, “राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें बताया कि युद्ध को रोकने के लिए उनकी अलग-अलग देश के नेताओं से बात हुई है और आगे भी इस विषय पर चर्चा होती रहेगी। सभी इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी तरह युद्ध को रोकने के लिए सीजफायर का रास्ता निकालना होगा। इस मुद्दे पर हमारे प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।”  पीएम मोदी (PM Modi) क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं अमेरिका बता दें कि पीएम मोदी (PM Modi) क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे हैं। यहां पर उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करने के अलावा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ में भी भाषण दिया। साथ ही कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी कर रहे।  #IndiaUkraine #GlobalPolitics #InternationalRelations #PeaceTalks #Leadership #PoliticalNews #WorldLeaders

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Semiconductor Plant

Semiconductor Plant: नोएडा में बनने वाला ये प्लांट मोदी की सबसे बड़ी चाल साबित हो सकती है

नोएडा का तकनीकी महत्व बढ़ने वाला है! जी हाँ, आप सही सुन रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे ने भारत के लिए एक नया रास्ता खोल दिया है। अब नोएडा में बनने वाले जेवर एयरपोर्ट के पास एक ऐसी चीज़ बनने जा रही है, जो न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए बहुत खास होगी। नोएडा में बनने वाला ये सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Plant) दुनिया का पहला ऐसा कारखाना होगा जो सीधे-सीधे देश की सुरक्षा से जुड़ा होगा। यहाँ बनने वाली चिप्स का इस्तेमाल भारत और अमेरिका की सेना करेगी। सोचिए, कितनी बड़ी बात है ये! क्या होता है सेमीकंडक्टर (Semiconductor Plant) ? अब आप सोच रहे होंगे कि ये सेमीकंडक्टर क्या बला है? तो बता दें कि ये एक ऐसी चीज़ है जो आजकल हर इलेक्ट्रॉनिक सामान में इस्तेमाल होती है। आपका मोबाइल फोन हो या टीवी, कंप्यूटर हो या फिर कार – सब में ये छोटी सी चिप लगी होती है। ये चिप ही सारे काम करती है। नोएडा में क्यों? अब सवाल ये उठता है कि ये प्लांट नोएडा में ही क्यों? इसके पीछे कई वजहें हैं: इस डील से क्या फायदा? अब बात करते हैं इस डील के फायदों की: सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Plant) का भविष्य ये प्लांट सिर्फ शुरुआत है। आने वाले समय में भारत में ऐसे और भी कई प्लांट लग सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि एक दिन पूरी दुनिया में ‘मेड इन इंडिया’ चिप्स का इस्तेमाल हो। क्या कहते हैं विशेषज्ञ? तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि ये डील भारत के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। इससे न सिर्फ हमारी तकनीकी क्षमता बढ़ेगी, बल्कि दुनिया में हमारा कद भी ऊँचा होगा। ये सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Plant) सिर्फ एक कारखाना नहीं है। ये भारत के तकनीकी भविष्य की एक नई शुरुआत है। इससे हमारा देश न सिर्फ आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि दुनिया के सामने एक नई ताकत के रूप में उभरेगा। तो क्या आप भी इस बदलाव के लिए उत्साहित हैं? #SemiconductorIndia #ModiInUSA #MakeInIndia #TechDiplomacy #DefenseTechnology

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PM Modi

PM Modi: मेरी नियति मुझे राजनीति में लाई, न्यूयॉर्क में प्रवासियों से कहा- जो मिला वो खाया, जहां जगह मिली सोया

अमेरिका दौरे पर न्यूयॉर्क पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित किया है। अपने संबोधन में पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं भी एक दिन मुख्यमंत्री बनूंगा, नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया। मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा ऐसा भी रहा, जब मैं कई साल तक देश में भटकता रहा। इस दौरान मुझे जो मिला वो खाया, जहां सोने की जगह मिली, वहां सोया।” भारत के पास एनर्जी और सपनों की कमी नहीं है-PM Modi अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “13 साल तक मैं गुजरात का मुख्यमंत्री रहा, फिर प्रधानमंत्री बना। देश की जनता ने मुझ पर भरोसा किया है और मुझे तीसरी बार मौका दिया। इस भरोसे को पूरा करते हुए मैं तीन गुना दायित्व के साथ काम कर रहा हूं।” पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि, “भारत आज दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है। भारत के पास एनर्जी और सपनों की कमी नहीं है। यही वजह है कि एक दशक में भारत पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के नजदीक है।” भारत अब हर क्षेत्र में परचम लहरा रहा  पीएम मोदी (PM Modi) ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि, “बीते दस सालों में भारत में करोड़ों लोगों को बिजली कनेक्शन मिला, करोड़ों शौचालय बने। करोड़ों घरों तक पीने का साफ पानी पहुंचा। एक दशक में ही भारत के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। अब भारत के लोग गुणवत्तापूर्ण जीवन जीना चाहते हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि, “साल 2014 में भारत के सिर्फ 5 शहरों तक ही मेट्रो सीमित थी, लेकिन अब 23 शहरों में मेट्रो चलती है। आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क भारत में हैं। इसके अलावा साल 2014 में भारत के 70 शहरों में एयरपोर्ट था, जो आज बढ़कर 140 से ज्यादा शहरों तक पहुंच गया है।” पीएम मोदी ने यह भी बताया कि, “भारतीय खिलाड़ियों ने ओलंपियाड के मेंस और विमेंस दोनों में गोल्ड मेडल जीता है। यह लगभग 100 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है। आज भारत हर क्षेत्र में परचम लहरा रहा है।”  #InspiringJourney #MigrantStories #IndianDiaspora #Leadership #LifeLessons #Motivation #PoliticalJourney

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India-Nepal border threat

India-Nepal border threat: नेपाल में मौलानाओं का खेल! 2500 जिहादी तैयार, भारत के इस राज्य पर मंडरा रहा खतरा!

नेपाल और भारत की सीमा पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि पाकिस्तान के कुछ मौलवी नेपाल में जिहादी तैयार कर रहे हैं। ये बात सुनकर हर भारतीय के मन में चिंता होना लाजिमी है। आइए जानते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला और इससे भारत की सुरक्षा पर क्या असर पड़ सकता है। क्या है भारत-नेपाल सीमा पर खतरा (India-Nepal border threat)? नेपाल के बांके जिले में एक मदरसा है जो भारत की सीमा से महज 6 किलोमीटर दूर है। खबरों के मुताबिक, इस मदरसे में पाकिस्तान के मौलवी 2500 से ज्यादा नेपाली मुसलमान युवाओं को जिहादी शिक्षा दे रहे हैं। ये मौलवी उन युवाओं के दिमाग में भारत के खिलाफ जहर भर रहे हैं। ये बात भारत की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा हो सकती है। इस मदरसे का नाम फुलटेकरा है और यह नेपालगंज में स्थित है। सबसे चिंता की बात यह है कि इस मदरसे को चलाने के लिए पैसा पाकिस्तान से आ रहा है। यहाँ पढ़ाने वाले ज्यादातर मौलवी भी पाकिस्तान के शहरों जैसे कराची और लाहौर से आए हैं। क्यों है यह स्थिति चिंताजनक? भारत-नेपाल सीमा पर खतरा से निपटने के लिए भारत सरकार की प्रतिक्रिया भारत सरकार इस खतरे को लेकर सतर्क है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को इस मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस एक खास अभियान चला रही है जिसे ‘आपरेशन कवच’ नाम दिया गया है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों जैसे महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच आदि से नेपाल की सीमा मिलती है। इन इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है। सरकार ने मदरसों पर भी नजर रखने के निर्देश दिए हैं ताकि वहाँ कोई गलत गतिविधि न हो। #IndiaNepalborder #SecurityThreat #CrossBorderTerrorism #IndiaNepalRelations #BorderSecurity

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Raj Thackeray

Raj Thackeray ने थिएटर मालिकों को दी अंजाम भुगतने की चेतावनी, पाकिस्तानी फिल्म की रिलीज पर भड़की मनसे

पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान और अभिनेत्री माहिरा खान की फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ भारत में जल्द रिलीज होने वाली है, लेकिन इससे पहले ही यह मुश्किलों में पड़ती नजर आ रही है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने चेतावनी दी है कि, इस पाकिस्तानी फिल्म को महाराष्ट्र में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। अगर इसे रिलीज किया गया तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। राज ठाकरे ने इस फिल्म की रिलीज की आलोचना करते हुए कहा कि, दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंध को देखते हुए पाकिस्तानी फिल्म को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। बता दें कि, भारतीय सिनेमाघरों में एक दशक से भी ज्यादा समय से कोई पाकिस्तान फिल्म रिलीज नहीं हुई है। ऐसे में ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ का रिलीज होना आसान नहीं नजर आ रहा है। इस फिल्म का प्रीमियर 2 अक्टूबर को होना है।  महाराष्ट्र में रिलीज करना पड़ेगा महंगा  राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने फिल्म के खिलाफ अपनी चेतावनी सोशल मीडिया पर जारी करते हुए लिखा, “पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म ‘लीजेंड ऑफ मौला जट’ को भारत में रिलीज करने की कोशिश हो रही है। इस फिल्म को मनसे महाराष्ट्र के अंदर किसी भी हालत में रिलीज नहीं होने देगी।” राज ठाकरे ने कहा कि, “कला की कोई राष्ट्रीय सीमा नहीं होती, यह बात तो अन्य मामलों में ठीक है, लेकिन पाकिस्तान के केस में यह बिल्कुल भी ठीक नहीं। भारत से नफरत करने वाले देश के कलाकारों की फिल्म दिखाना और यहां लाकर नाचना स्वीकार्य नहीं। इस फिल्म को सिर्फ महाराष्ट्र में नहीं देश के किसी भी राज्य में प्रदर्शित होने देना चाहिए।” मैं नहीं चाहता कि नवरात्र के समय महाराष्ट्र में कोई टकराव हो राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने थिएटर मालिकों को चेतावनी देते हुए लिखा, “महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा पहले की गई इस तरह की कार्रवाई सभी को तो याद ही होगी। इसलिए थिएटर मालिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे इस फिल्मों को रिलीज करने की कोशिश न करें। मैं नहीं चाहता कि नवरात्र के समय महाराष्ट्र में कोई टकराव हो। ऐसा न तो आप चाहते होगे और न ही राज्य के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक चाहते होंगे। अगर किसी थिएटर मालिक ने इसे रिलीज किया तो उसे यह उदारता महंगी पड़ेगी।” #MaharashtraNavnirmanSena #TheatreOwnersWarning #BollywoodNews #IndianCinema #ControversialFilms #FilmReleaseBan #RajThackerayWarning

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Kumari Selja

HaryanaChunav2024: हरियाणा कांग्रेस में कलह, Kumari Selja की चुनाव प्रचार से दूरी कहीं हुड्डा पर पड़ ना जाए भारी?

विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, पक्ष-विपक्ष के बीच राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। एक तरफ भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर राजनीतिक हमले कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस के अंदर भी घमासान मचा हुआ है। हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ दलित नेता और मुख्यमंत्री पद की दावेदार कुमारी सैलजा (Kumari Selja) अपनी ही पार्टी से नाराज बताई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि टिकट बंटवारें में उनके करीबियों को टिकट न मिलने से वे पार्टी आलाकमान से नाराज हैं और अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को पछाड़ने के लिए सियासी दांव चल रही हैं। एक मीडिया हाउस से बातचीत में भी कुमारी सैलजा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जो 2004 में भजनलाल थे, वो आज हुड्डा हैं, आखिरी फैसला आलाकमान करेगा।  कुमारी सैलजा के करीबी के खिलाफ हुड्डा ने उतारे अपने समर्थक हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जता चुकी कुमारी सैलजा (Kumari Selja) की सबसे ज्यादा नाराजगी पूर्व सीएम हुड्डा से है। पहले तो टिकट बंटवारे में सबसे ज्यादा सुनवाई हुड्डा की हुई। दूसरा, कांग्रेस आलाकमान ने जहां पर सैलजा के समर्थकों को टिकट दिया वहां पर हुड्डा समर्थक उम्मीदवार निर्दलीय खड़े हो गए और नाम भी वापस नहीं लिया। सैलजा ने इसी को अब मुद्दा बना हुड्डा के समर्थकों के प्रचार से खुद को दूर कर लिया है। सैलजा करीब एक हफ्ते से चुनावी मैदान में नजर नहीं आ रही हैं।  बता दें कि, बल्लभगढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पराग शर्मा के खिलाफ निर्दल हुड्डा करीबी शारदा राठौर, तिगांव से कांग्रेस प्रत्याशी रोहित नागर के खिलाफ हुड्डा करीबी निर्दल ललित नागर, बुआणिखेड़ा से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप नरवाल के खिलाफ हुड्डा करीबी निर्दल सतीश रतेरा और पानीपत ग्रामीण से भी कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ हुड्डा समर्थक चुनावी मैदान में है। इसके अलावा घरौड़ा विधानसभा सीट से लगातार तीन बार कम अंतर से चुनाव हारे हुड्डा विरोधी वीरेंद्र राठौर के खिलाफ भी हुड्डा समर्थक गुटबाजी करते नजर आ रहे हैं।  आलाकमान को सौंपी गई रिपोर्ट  ऐसे में कुमारी सैलजा (Kumari Selja) ने आलाकमान के सामने नाराजगी जता खुद को चुनाव प्रचार से दूर कर लिया है। वहीं, पार्टी सूत्रों का दावा है कि, आलाकमान ने इस विवाद को सुलझाने के लिए सभी पक्षों से बात की है। हरियाणा के पर्यवेक्षक बनाए गए अशोक गहलोत ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंप दिया है। जल्द ही इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा।  #KumariSelja #HaryanaCongress #HaryanaChunav2024 #CMBhupinderHooda #CongressParty

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rahul gandhi

Tirupati Balaji Temple के प्रसाद में राहुल गांधी के इशारे पर मिलाई गई थी चर्बी, बीजेपी प्रवक्ता का बड़ा दावा?

विश्वविख्यात तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) में प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल के इस्तेमाल की खबर प्रकाश में आने के बाद देश भर में राजनीति गरमाई हुई है। दरअसल, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बीते दिनों लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की बात का खुलासा किया था। ऐसे में जब जांच की गई तो जांच में जानवरों की चर्बी के अलावा मछली के तेल इत्यादि के भी मिलावट की बात सामने निकलकर आई। इसके बाद से तो राजनीतिक गलियारों में हंगामा बरपा हुआ है।  राहुल गांधी के एजेंटों की करतूत? कोई इसे सौ करोड़ हिंदुओं की आस्था से जानबूझकर किया गया खिलवाड़ बता रहा है, तो कोई इसे एक सोची-समझी गहरी साजिश करार दे रहा है। कुल-मिलाकर जानवरों की चर्बी मिलाये जाने से करोड़ों लोगों के मन में रोष व्याप्त है और वो इसके पीछे के खुराफ़ातियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। यह तो ठीक, लेकिन बिहार बीजेपी इकाई के प्रवक्ता के बयान ने तो सनसनी मचा दी है। खबर के मुताबिक बिहार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता, सुमित शशांक ने शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि “तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी का पाया जाना हिंदू विरोधी मानसिकता और राहुल गांधी के एजेंटों का प्रयोग है, जो देश में हिंदू धर्म को समाप्त करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को बखूबी पता है कि उनका कोई कुछ कर नहीं पाएगा। कारण यही जो वो बेख़ौफ़ होकर मजे से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को खिलवाड़ करते रहते हैं।”  कांग्रेस प्रायोजित तंत्र हिंदुओं की धार्मिक आस्था से कर रहा है खिलवाड़  यही नहीं, सुमित ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “जहां भी गैर बीजेपी शासन है वहां आहिस्ता-आहिस्ता हिंदू बहुसंख्यक आबादी दोयम दर्जे की नागरिक बनती जा रही है। और तो और जिन राज्यों में एनडीए अथवा बीजेपी की सरकार है, वहां कांग्रेस प्रायोजित तंत्र सनातनियों के बीच में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ दुर्भावना फैलाने तथा हिंदुओं की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करने का प्रयास कर रहा है। न सिर्फ प्रयास कर रहा है बल्कि हिंदू विरोधी मानसिकता का समर्थन भी कर रहा है।”  वोटो के तुष्टिकरण की राजनीति? कुल-मिलाकर देखा जाए तो बीजेपी प्रवक्ता के बयान में कितनी सच्चाई है वो तो आगे साफ हो ही जाएगी, लेकिन तय बात यह कि सभी राजनीतिक पार्टियां तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद में चर्बी मिलाने वाले मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती हैं। ऐसे में राजनीतिक लाभ लेने के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो चुका है। सत्ता पक्ष, विपक्ष पर हमलावर है तो विपक्ष इसे चुनावी लाभ और वोटों के तुष्टिकरण की राजनीति करार दे रहा है। दरअसल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और झारखण्ड समेत महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चाहे कुछ भी हो, लेकिन एक बात तो तय है कि आगे चलकर इस मुद्दे पर गहरी राजनीति हो सकती है।  #BJPvsCongress #PoliticalControversy #TirupatiTemple #RahulGandhiClaim #IndianPolitics #BJPSpokesperson #TempleDebate

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