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Maharashtra Assembly Election

Maharashtra Assembly election: महायुति ने की किया 186 सीटों का बंटवारा फाइनल! जल्द होगी जारी पहली लिस्ट

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly election) के लिए महायुति गठबंधन का सीट बंटवारा अंतिम चरण में पहुंच चुका है। भाजपा के नेतृत्व वाले इस गठबंधन ने राज्य के 186 सीटों का बंटवारा फाइनल कर लिया है और बाकि की बची 102 सीटों पर बातचीत भी जल्द ही पूरी हो जाएगी। यह दावा शिंदे की शिवसेना के एक कैबिनेट मंत्री ने मीडिया से बातचीत में किया। इस वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर मीडिया को बताया कि “अगले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र आ रहे हैं। शाह के साथ गठबंधन के सभी नेताओं की बैठक में सीट शेयरिंग का मुद्दा लगभग फाइनल हो जाएगा।”  दूसरे सप्ताह तक हो सकती है Maharashtra Assembly election की घोषणा बता दें कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly election) की घोषणा हो सकती है। ऐसे में महायुति और महाविकास आघाडी गठबंधन सीट शेयरिंग पर बातचीत करने में जुटी हैं। महायुति गठबंधन में भाजपा के अलावा शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी समेत कई अन्य दल शामिल हैं। इन दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर लगातार बातचीत चल रही है। हालांकि सीट बंटवारे पर मीडिया को कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं। वैसे इन दलों का दावा है कि जिसके विधायक जिस सीट पर हैं, वह सीट उसी पार्टी के पास ही रहेगी। संभव है कि महायुति जल्द ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दे।  भाजपा के पास 103 विधायक, चाहती है 150 सीट  वर्तमान स्थिति के अनुसार भाजपा के पास जहां 103 विधायक हैं, वहीं शिंदे की शिवसेना के 40 और अजित पवार की एनसीपी के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा इस गठबंधन को कुछ निर्दलीय व छोटे दलों का भी सपोर्ट हासिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एकनाथ शिंदे गठबंधन से 85 से 100 सीटें मांग रहे हैं, वहीं अजित पवार की पार्टी एनसीपी भी 60 से 70 सीटें मांग रही है। जबकि भाजपा 140 से 150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसके अलावा छोटे सहयोगी दलों को भी सीटें देनी है। ऐसे में सीटों को बंटवारा आसान नहीं लग रहा। हालांकि महायुति के नेताओं का कहना है कि सीट बंटवारें पर गठबंधन के अंदर कोई तकरार नहीं है। सभी दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन सीटों का बंटवारा तय नियम के अनुसार ही किया जा रहा है।  #Election2024 #PoliticalNews #SeatDistribution #MaharashtraPolitics #FirstListRelease #ElectoralUpdates #PoliticalAlliance

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CM Chandrababu Naidu

CM Chandrababu Naidu बोले आरोपियों को मिलेगी कठोर सजा, इस मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलने का हुआ था खुलासा

तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलने का खुलासा होने के बाद से देश भर में हड़कंप मचा हुआ है। एक तरफ हिन्दू संगठन जहां पूरे मामले की जांच कर जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इस बीच राज्य के सीएम चंद्रबाबू नायडू (CM Chandrababu Naidu) का बयान भी सामने आया है। सीएम ने कहा कि इस अनियमियता में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू वितरित किया जाता है बता दें कि तिरुपति के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू वितरित किया जाता है। इस लड्डू की लैब में जांच की गई थी। जिसमें खुलासा हुआ कि इस लड्डू को बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में गोमांस और सुअर की चर्बी के अलावा मछली का तेल और ताड़ का तेल मिला हुआ है। लैब की रिपोर्ट आने के बाद से ही राज्य का पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावार है।  किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा यह खुलासा होने के बाद सीएम चंद्रबाबू नायडू (CM Chandrababu Naidu) ने एक बयान जारी कर बताया कि, मुझे लैब की जो रिपोर्ट मिली है, उससे यह स्पष्ट है कि प्रसाद की गुणवत्ता से समझौता किया गया। प्रसाद में अपवित्र वस्तुओं को मिलाया गया। इस अनियमियता के किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा। सीएम ने यह भी बताया कि इस अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। कुछ लोगों को उनके काम से हटा कर मामले की जांच की जा रही है। प्रसाद की पवित्रता का ध्यान रखते हुए अब यहां पर शुद्ध घी इस्तेमाल हो रहा है।  आरोपियों को इसी जन्म में मिलेगी सजा सीएम चंद्रबाबू नायडू (CM Chandrababu Naidu) ने अपने बयान में यह भी कहा कि, जिस तरह की घटना हुई उसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। भगवान वैंकटेश्वर हिंदुओं के लिए कलयुग के देवता हैं, इन पर करोड़ों लोगों का भरोसा और विश्वास है। जिन लोगों ने भगवान के खिलाफ दुर्भावनापूर्वक काम किया है, उन्हें अगले जन्म में नहीं बल्कि इसी जन्म में सजा मिलेगी। बता दें कि लैब द्वारा प्रसाद का सैंपल 9 जुलाई 2024 को लिया गया था, लेकिन रिपोर्ट का खुलासा 19 सितंबर को किया गया। 

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RRP Electronics Ltd

RRP Electronics Ltd ने किया महाराष्ट्र की पहली ओएसएटी/एटीएमपी सेमीकंडक्टर विनिर्माण सुविधा का अनावरण

आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (RRP Electronics Ltd) ने नवी मुंबई में महाराष्ट्र की पहली ओएसएटी (आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट)/एटीएमपी (असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग) सेमीकंडक्टर विनिर्माण सुविधा के शुभारंभ की घोषणा कर दी है। यह भारत के सेमीकंडक्टर मिशन में एक मील का पत्थर साबित होगी। इसका उद्घाटन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वित्त उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी उपस्थित थे। इसके अलावा इस कार्यक्रम में उद्योग मंत्री उदय सामंत, महाराष्ट्र सरकार के उद्योग के प्रधान सचिव डॉ. हर्षदीप कांबले, क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर और परमाणु ऊर्जा विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल काकोडकर प्रमुख रूप से उपस्थित थे। प्रति माह 10,000 वेफ़र बनाने की रखती है क्षमता  एचएमटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक एजी और इसके प्रमुख सहयोगियों के साथ एक मजबूत तकनीकी साझेदारी द्वारा समर्थित, यह सुविधा सेमीकंडक्टर परिदृश्य को पुनः परिभाषित करने के लिए तैयार है। यह QFN, BGA, SoC और मिश्रित ASIC जैसी उन्नत पैकेजिंग तकनीकों को संभालने हेतु सुसज्जित है। अपने शुरुआती चरण में यह प्रति माह 10,000 वेफ़र बनाने की क्षमता रखती है। इसके भविष्य की योजनाओं में एक डेडिकेटेड डिज़ाइन हाउस की स्थापना और LiDAR प्रौद्योगिकी विकास में विस्तार, ऑटोमोटिव पावर चिप्स की बढ़ती मांग को संबोधित करना, साथ ही ऑटोमोटिव अनुप्रयोगों के लिए TFT और WATN घटकों का उत्पादन शामिल है। एचएमटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक एजी और रेनोवा विजन इंक के बीच हुआ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर इस दौरान एचएमटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक एजी और रेनोवा विजन इंक के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एचएमटी के साथ समझौता ज्ञापन क्यूएफएन, बीजीए, एएसआईसी और बाद में LiDAR प्रौद्योगिकी में विस्तार से संबंधित परियोजनाओं का प्रतीक है। रेनोवा के साथ समझौता ज्ञापन ने आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (RRP Electronics Ltd) की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई, क्योंकि इसने NAND मेमोरी चिप्स के लिए OSAT और FAB के लिए प्रौद्योगिकी के अधिग्रहण की अनुमति दी।  आपको बता दें कि ये गैर-वाष्पशील भंडारण प्रौद्योगिकियां हैं जिसे  डेटा को बनाए रखने के लिए बिजली की आवश्यकता नहीं होती है। बड़ी बात यह कि इन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने से आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (RRP Electronics Ltd) को ओएसएटी क्षेत्र में 50 मिलियन डॉलर से अधिक का राजस्व सृजन हुआ है। इसमें कोई शक नहीं है कि यह अभूतपूर्व परियोजना महाराष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।  #TechIndustry #OSAT #ATMP #ElectronicsManufacturing #MakeInIndia #TechGrowth #Semiconductors

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Female Chief Minister

Female Chief Minister: आतिशी की तरह ये भी बन चुकी हैं मुख्यमंत्री

दिल्ली की सियासत इन दिनों उफान पर है। शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित शर्तों पर बेल मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर दिल्ली की कमान आतिशी मार्लेना के हाथों सौंप दी है। भारतीय राजनीति में यह पहली बार नहीं हुआ है जब राज्य के मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने के बाद किसी महिला को मुख्यमंत्री (Female Chief Minister) बनाया गया है। इसके पहले भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जब या तो जबरन पद छीनकर या फिर इस्तीफा देकर किसी महिला को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है।  सुचेता कृपलानी इस कड़ी में पहला नाम आता है सुचेता कृपलानी का। जिनके मुख्यमंत्री बनाने की कहानी भी बड़ी रोचक है। दरअसल हुआ यह कि साल 1963 में जवाहरलाल नेहरू ने सीबी गुप्‍ता से जबरदस्‍ती मुख्‍यमंत्री पद से इस्‍तीफा ले लिया। जिसके बाद उन्होंने सुचेता कृपलानी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया। और इसके साथ ही वो भारत की पहली महिला मुख्‍यमंत्री बन गई।  राजिंदर कौर भट्टल  हरचरण सिंह बराड़ के इस्तीफे के बाद भट्टल पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं थीं। उन्होंने अप्रैल 1996 से फरवरी 1997 तक वह इस पद पर रहीं। वह भारतीय इतिहास की 8वीं महिला मुख्यमंत्री थीं। हालांकि पंजाब में फरवरी 1997 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा था।  सुषमा स्वराज  दिल्ली में 1993 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 70 में से 49 सीटों पर जीत मिली थी। जिसके बाद मदनलाल खुराना को सीएम बनाया गया, लेकिन हवाला घोटाले में नाम आने के बाद 26 फरवरी 1996 को उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और उनकी जगह साहिब सिंह वर्मा को सीएम बनाया गया। लेकिन उनके कार्यकाल में भी दिल्ली में महंगाई से बुरा हाल हो गया। चुनाव से ठीक पहले प्याज की कीमत आसमान छूने लगी। ऐसे में भाजपा ने चुनाव से महज 52 दिन पहले साहिब सिंह वर्मा को हटाकर सुषमा स्वराज को सीएम बना दिया। तब वह दिल्ली की विधायक भी नहीं थीं।  राबड़ी देवी  चारा घोटाले मामले में नाम आने के बाद लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी बिहार का मुख्यमंत्री बना दिया। राबड़ी देवी को बिहार की पहली और एकमात्र महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव हासिल है। सैयदा अनवरा तैमूर बात सन अस्सी के दिसम्बर की है, जब असम धधक रहा था, तब कांग्रेस ने उन्हें असम की कमान सौंपी थी। वह क़रीब छः महीने राज्य की मुख्यमंत्री रहीं। सन 1936 में जन्मी सैयदा अनवरा तैमूर देश की पहली मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री थीं।  वी एन जानकी  साल 1977 में हुए चुनावों में जीत के बाद अभिनेता रामचंद्रन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। 10 साल बाद 1987 में उनका निधन हो गया। हालांकि वो उस समय भी सीएम थे। निधन के बाद  उनकी पत्नी वी एन जानकी को साल 1988 में तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बना दिया गया। हालांकि उनकी सरकार मात्र 24 दिन ही चली। वो तमिलनाडु की पहली महिला और सबसे कम दिन की मुख्यमंत्री थीं। #PoliticalLeadership #WomenEmpowerment #ChiefMinisterJourney #IndianPolitics #WomenLeaders #EmpowerWomen #PoliticalChange

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Hariyana BJP Manifesto

Haryana BJP Manifesto: हरियाणा में भाजपा का महा-घोषणापत्र: महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए बहुत कुछ

हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस पत्र में पार्टी ने महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं (Haryana BJP Manifesto)। आइए जानते हैं इस घोषणा पत्र की मुख्य बातें और इसका प्रभाव। महिलाओं के लिए बड़ा कदम भाजपा ने महिलाओं के लिए एक बड़ा वादा किया है। लाडो लक्ष्मी योजना (Lado Lakshmi Yojana) के तहत, सभी महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपये दिए जाएंगे। यह कदम महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में कॉलेज जाने वाली छात्राओं को स्कूटर दी जाएगी, जो उनकी शिक्षा में मददगार साबित हो सकती है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर युवाओं को ध्यान में रखते हुए, भाजपा ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। पार्टी ने वादा किया है कि 2 लाख युवाओं को ‘बिना पर्ची बिना खर्ची’ पक्की सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा, 5 लाख युवाओं के लिए अन्य रोजगार के अवसर और नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना से मासिक स्टाइपेंड की व्यवस्था की जाएगी।  किसानों के हित में फैसले किसानों के लिए भी भाजपा ने कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं। पार्टी ने कहा है कि 24 फसलों की घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद की जाएगी। यह किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने में मदद करेगा। इसके अलावा, हर खेत तक पानी पहुंचाने का वादा भी किया गया है, जो कृषि उत्पादकता बढ़ाने में सहायक हो सकता है। स्वास्थ्य और आवास पर विशेष ध्यान भाजपा ने स्वास्थ्य सेवाओं पर भी ध्यान दिया है। चिरायु-आयुष्मान योजना (Chirayu-Ayushman Yojana) के तहत, प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाएगा। 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अलग से 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। आवास की समस्या को हल करने के लिए, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख आवास बनाने का वादा किया गया है। अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भाजपा ने कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की हैं। इनमें शामिल हैं: भाजपा का यह घोषणा पत्र हरियाणा (Haryana BJP Manifesto)के विकास और लोगों की भलाई पर केंद्रित है। पार्टी ने महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों और पिछड़े वर्गों के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं। अब देखना यह है कि अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो क्या वह इन वादों को पूरा कर पाएगी और हरियाणा के लोगों की उम्मीदों पर खरी उतर पाएगी। #FarmerSupport #BJPPromises #HaryanaElections #EmpowerHaryana #PoliticalInitiatives #WomenInPolitics #YouthForChange

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Raj Thackeray

Raj Thackeray ने “वन नेशन वन इलेक्शन” पर कसा तंज, कही यह बात

बुधवार को कैबिनेट ने देश में सभी चुनाव एक साथ करवाने के लिए बनी रामनाथ कोविंद कमेटी की रिपोर्ट को पास कर दिया है। जिसका अर्थ है केंद्र की मोदी सरकार ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ मुहर लगा दी है। इसके बाद से देश के तमाम बड़े नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। कुछ नेता इसके सर्मथन में हैं तो कुछ आदतन विरोध में। ऐसे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए वन नेशन वन इलेक्शन पर तंज कसा है।  जानिए क्या कहा राज ठाकरे ने? महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना सुप्रीमों राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने कहा कि “यदि केंद्र की मोदी सरकार ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ कराने को लेकर इतनी ही चिंतित है, तो सबसे पहले उसे महाराष्ट्र में नगर निकायों के चुनाव करवाने चाहिए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) सहित कई नगर निकायों के चुनाव लंबित पड़े हैं। दरअसल, राज ठाकरे ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “यदि चुनावों को इतना महत्व ही दिया जा रहा है तो, पहले नगर निकाय के चुनाव करवाएं।”  कई नगर निकाय ऐसे हैं जो चार वर्षों से प्रशासकों के अधीन संचालित हो रहे हैं राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने आगे कहा कि “कई नगर निकाय ऐसे हैं जो लगभग चार साल से प्रशासकों के अधीन संचालित हो रहे हैं।” मनसे के मुखिया ने कहा कि “केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश को मंजूरी तो दे दी है, लेकिन उसे राज्यों के विचारों पर भी ध्यान देना चाहिए। यही नही, उन्होंने यह भी कहा कि “यदि कोई राज्य सरकार गिर जाए अथवा विधानसभा भंग हो जाए या फिर देश में मध्यावधि लोकसभा चुनाव हो जाएं तो इस स्थिति में क्या किया जायेगा?”  एक साथ चुनाव कराना व्यावहारिक नहीं है यही नहीं एक तरफ गृह मंत्री अमित शाह ने कैबिनेट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह देश में ऐतिहासिक चुनाव सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम होगा, तो वहीं दूसरी कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि “वन नेशन वन इलेक्शन” का विचार संघीय व्यवस्था पर हमला है और यह संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ भी बताया है। हालाँकि विभिन्न विपक्षी दलों का कहना है कि “एक साथ चुनाव कराना व्यावहारिक नहीं है।” #PoliticalCritique #ThackerayViews #ElectionReform #DemocracyDebate #PoliticalCommentary #IndiaElections #MaharashtraPolitics

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PM Modi Gift Auction

PM Modi’s Gift Auction: आप भी पीएम मोदी के तोहफों पर लगा सकते हैं दांव, इस तरह लें नीलामी में हिस्सा

क्या आप सोच रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले तोहफे आपके घर में सज सकते हैं? तो आपको बता दें कि पीएम मोदी के तोहफों की नीलामी शुरू हो गई है और आप भी इसमें हिस्सा ले सकते हैं। चलिए जानते हैं इस नीलामी (PM Modi’s Gift Auction) के बारे में सब कुछ। नीलामी में क्या-क्या मिलेगा? इस बार की नीलामी में 600 से ज्यादा तोहफे हैं। इनमें आप टोपी, जूते, बैडमिंटन रैकेट, राम-लक्ष्मण-सीता की मूर्ति, राम मंदिर का मॉडल और कलश जैसी चीजें खरीद सकते हैं। सबसे महंगा तोहफा है एक टोपी, जिसकी कीमत 9 लाख रुपये है। ये टोपी विश्व पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले शरद कुमार की है। लेकिन डरिए मत! अगर आपके पास इतने पैसे नहीं हैं, तो भी आप इस नीलामी (PM Modi’s Gift Auction) में हिस्सा ले सकते हैं। सबसे सस्ता तोहफा सिर्फ 700 रुपये में मिल रहा है। 1200 रुपये तक में भी आप कई सारी चीजें खरीद सकते हैं। नीलामी में कैसे हिस्सा लें (PM Modi’s Gift Auction)? अगर आप भी पीएम मोदी के तोहफों को अपना बनाना चाहते हैं, तो ये रहा तरीका: इस नीलामी का मकसद क्या है? आप सोच रहे होंगे कि इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो कहां जाएगा? तो बता दें कि ये सारा पैसा ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट में लगाया जाएगा। ये प्रोजेक्ट गंगा नदी को साफ रखने और उसकी रक्षा करने के लिए चलाया जा रहा है। पीएम मोदी ने खुद लोगों से इस नीलामी में हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि “लोग उन चीजों के लिए बोली लगाएं जो उन्हें पसंद आएं।” कैसी रही पिछली नीलामी? पिछले साल यानी 2023 में भी ऐसी ही एक नीलामी हुई थी। उस वक्त 912 तोहफों की नीलामी की गई थी। इसमें सबसे महंगी चीज थी वाराणसी के घाट की एक पेंटिंग, जिसकी कीमत 64 लाख रुपये थी। कुल मिलाकर उस नीलामी से 54 करोड़ रुपये जमा हुए थे। तो, क्या आप तैयार हैं इस नीलामी (PM Modi’s Gift Auction) में हिस्सा लेने के लिए? याद रखें, इससे न सिर्फ आपको एक खास तोहफा मिलेगा, बल्कि आप एक अच्छे काम में भी मदद करेंगे। तो देर किस बात की, जाइए और लगाइए अपनी बोली । #UniqueGifts #AuctionIndia #ModiCap9Lakhs #ExclusiveDeals #ParticipateInAuction #IndianHeritage #PMModiCollectibles

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BJP Haryana

अग्निवीरों को सरकारी नौकरी के अलावा हरियाणा की जनता से BJP ने किये ये 20 लोभ-लुभावन वादे

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा (BJP) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। रोहतक के राज्य कार्यालय में यह घोषणा पत्र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जारी किया। इस घोषणा पत्र में भाजपा ने हरियाणा की जनता से 20 वादे किए हैं। भाजपा ने नाराज युवाओं और किसानों को साधते हुए अग्निवीरों व वंचित समुदायों के लिए भी कई लोकलुभावन वादें किए हैं। इस घोषणा पत्र को भाजपा ने ‘नॉनस्टाप हरियाणा का संकल्प पत्र’ नाम दिया है।  भाजपा जो वादा करती है, उसे पूरा भी करती है बता दें कि, हरियाणा में फसलों पर एमएसपी न मिलने से किसान और अग्निवीर के कारण युवा नाराज बताए जा रहे थे, ऐसे में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र से इन दोनों को खुश करने की कोशिश की है। साथ ही सामाजिक और जातिगत समीकरण का भी ध्यान रखा है। घोषणा पत्र जारी करते हुए जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने जनता से झूठे वाले कर घोषणापत्र को कमजोर बना दिया था। लोगों की नजर में यह दस्तावेज अपनी प्रासंगिकता खो चुका था, लेकिन भाजपा (BJP) जो वादा करती है, उसे पूरा भी करती है।  हरियाणा की जनता से भाजपा (BJP) के 20 वादे 1. लाडो लक्ष्मी योजना के तहत राज्य की सभी महिलाओं को प्रतिमाह 2100 रुपए दिए जाएंगे। 2. आईएमटी खरखौदा की तरह राज्य में 10 औद्योगिक शहरों का निर्माण किया जाएगा। इन शहरों में प्रति शहर 50,000 युवाओं को नौकरी देने का प्रावधान किया जाएगा।  3. चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत सभी परिवार को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दिया जाएगा।  4. किसानों की 24 फसलों को घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद की जाएगी।  5. राज्य के दो लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी दी जाएंगी। 6. राज्य के 5 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अन्य अवसर के साथ नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना से मासिक स्टाइपेंड।  7. जरूरतमंद लोगों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख आवास। 8. सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त डायग्नोसिस और डायलिसिस की सुविधा।  9. खेल विकास के लिए सभी जिलों में खेल के लिए नर्सरी। 10. हर घर गृहणी योजना तहत महिलाओं को 500 रुपए में सिलेंडर। 11. अव्वल बालिका योजना के तहत कॉलेज जाने वाली छात्राओं को स्कूटर। 12. राज्य के सभी अग्निवीर को सरकारी नौकरी की गारंटी। 13. ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण और नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत। 14. राज्य में विभिन्न रैपिड रेल सेवाओं एवं इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरुआत। 15. पिछड़े जातियों के लिए पर्याप्त बजट और अलग-अलग कल्याण बोर्ड का प्रावधान।  16. साइंटिफिक फॉर्मूले के तहत सभी सामाजिक मासिक पेंशनों में वृद्धि।  17. देश के किसी भी सरकारी कॉलेज से मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले ओबीसी एवं एससी छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति।  18. ओबीसी वर्ग के उद्यमियों को हरियाणा सरकार से 25 लाख रुपये तक के ऋण की गारंटी।  19. हरियाणा में आधुनिक स्किल केंद्रों की स्थापना।  20. दक्षिण हरियाणा में अंतरराष्ट्रीय स्तर का अरावली जंगल सफारी पार्क का निर्माण। #YouthEmpowerment #GovernmentJobAlternatives #HaryanaBJP #AgniVeerBenefits #EmpowerHaryana #BJP2024 #HaryanaYouth

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Vinesh Phogat PM Modi

Vinesh Phogat का धमाका: पीएम मोदी पर लगाया ऐसा आरोप कि मच गया बवाल

खेल जगत में एक बड़ा तूफान आया है। पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि मोदी जी के दिल में खिलाड़ियों के लिए सच्चा प्यार नहीं है। ये बात सुनकर हर किसी के कान खड़े हो गए हैं। आइए जानते हैं कि आखिर विनेश ने ऐसा क्यों कहा और इसके पीछे की पूरी कहानी क्या है। पेरिस ओलंपिक में क्या हुआ? पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) से सभी को गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। लेकिन एक छोटी सी गलती ने उनका सपना तोड़ दिया। फाइनल मैच के दिन उनका वजन सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा निकला और वो डिस्क्वालिफाई हो गईं। यानी उन्हें मैच खेलने से पहले ही बाहर कर दिया गया। ये खबर सुनकर पूरे देश को बहुत दुख हुआ। प्रधानमंत्री के ट्वीट पर विनेश का गुस्सा जब  विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) मेडल नहीं जीत पाईं, तब प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट किया। उन्होंने विनेश को ‘चैंपियनों की चैंपियन’ कहा। लेकिन विनेश को लगता है कि ये सिर्फ दिखावा था। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने ये ट्वीट एक दिन बाद किया। जबकि पहले वो तुरंत खिलाड़ियों को फोन करते थे। विनेश ने पूछा, “फाइनल में पहुंचने के बाद मुझे प्रधानमंत्री का फोन क्यों नहीं आया?” खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चुप्पी विनेश ने एक और बात कही जो सबको सोचने पर मजबूर कर देगी। उन्होंने याद दिलाया कि जब खिलाड़ियों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था, तब प्रधानमंत्री चुप रहे थे। विनेश ने कहा, “अगर उनके दिल में खिलाड़ियों के लिए सच्चा प्यार होता, तो वो चुप नहीं रहते। वो सिर्फ अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं।” सरकारी इनाम पर सवाल विनेश ने हरियाणा सरकार के इनाम पर भी सवाल उठाए हैं। सरकार ने कहा था कि वो विनेश को रजत पदक विजेता जितना इनाम देंगे। लेकिन विनेश को लगता है कि ये सिर्फ राजनीति थी। उन्होंने कहा, “देशवासियों के दिल में मेरे प्रति भावनाएं थीं, मैं किसी को भावनाओं के साथ राजनीति नहीं करने दूंगी।” उन्होंने बताया कि उन्हें ओलंपिक के लिए सिर्फ 15 लाख रुपये मिले। खेल नियमों में बदलाव की मांग विनेश ने एक बड़ी बात कही है जो सभी खिलाड़ियों के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संस्था को नियम बदलने चाहिए। उनका कहना है कि फाइनल में पहुंचने वाले खिलाड़ियों का वजन दोबारा नहीं जांचा जाना चाहिए। या फिर उन्हें वजन घटाने के लिए ज्यादा समय दिया जाना चाहिए। खासकर महिला खिलाड़ियों के लिए ये बहुत जरूरी है। विनेश की आवाज में सभी खिलाड़ियों का दर्द विनेश की बातों से साफ है कि वो सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि सभी खिलाड़ियों के लिए आवाज उठा रही हैं। उन्होंने बताया कि खेल गांव में कम से कम 50 ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने उनसे कहा कि वजन की ये समस्या गलत है। विनेश की ये बातें सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी के दिल की आवाज हैं। खेल और राजनीति के बीच का रिश्ता बहुत पेचीदा है इस पूरी कहानी से साफ है कि खेल और राजनीति के बीच का रिश्ता बहुत पेचीदा है। विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) जैसे खिलाड़ी चाहते हैं कि नेता सिर्फ बातें न करें, बल्कि सच में उनकी मदद करें। उनकी आवाज सुनें और खेल के नियमों में बदलाव लाएं। ये सिर्फ विनेश की नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी की मांग है। अब देखना ये है कि सरकार इन बातों पर कैसे जवाब देती है और क्या कदम उठाती है। #WrestlingNews #PoliticalDrama #IndianSports #PublicReaction #SportsAndPolitics #SocialMediaBuzz #Allegations

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JP Nadda

खरगे की चिट्ठी पर JP Nadda का जबरदस्त पलटवार, पत्र में पूछा क्या राहुल गांधी की काली करतूत भूल गए?

हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा और कांग्रेस में चिट्ठी वार शुरू हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ की जा रहीं विवादित टिप्पणियों पर अपनी नाराजगी जताई थी। जिसके जवाब में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने अब खरगे को पत्र लिखकर जबरदस्त पलटवार किया है। जेपी नड्डा (JP Nadda) ने अपने पत्र में राहुल गांधी पर किया हमला  जेपी नड्डा ने अपने पत्र में राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए लिखा, “मल्लिकार्जुन खरगे जी, जनता द्वारा बार-बार नकारे गए फेल्ड प्रोडक्ट को आपने राजनीतिक मजबूरीवश फिर से पॉलिश कर बाजार में उतारने के प्रयास में जो पत्र प्रधानमंत्री को लिखा है, उसे पढ़ कर मुझे लगा कि आपकी बातें यथार्थ और सत्य से कोसों दूर हैं। इस पत्र से ऐसा प्रतीत होता है कि आप राहुल गांधी सहित अपने नेताओं की करतूतों को या तो भूल गए हैं या उसे जानबूझ कर नजरअंदाज किया है, इसलिए उन बातों को विस्तार से सामने लाना जरूरी है।” राहुल गांधी की धृष्ट मानसिकता को पूरा देश पहचानता है-नड्डा जेपी नड्डा (JP Nadda) ने आगे लिखा, “क्योंकि आपने पत्र में बात केवल राहुल गांधी को लेकर की, इसलिए मैं उनकी ही बात से शुरुआत करूंगा। जिस राहुल गांधी का इतिहास ही पीएम मोदी समेत देश के पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो, जिसने पीएम के लिए अत्यंत अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया हो, जिसने संसद के अंदर प्रधानमंत्री को डंडे से पीटने की बात कही हो और जिसकी धृष्ट मानसिकता को पूरा देश पहचान गया हो, उस राहुल गांधी को किस मजबूरी में आप सही ठहराने की कोशिश कर रहे”? कांग्रेस को कॉपी एंड पेस्ट वाली पार्टी बताते हुए राहुल गांधी को जमकर घेरा जेपी नड्डा (JP Nadda) ने आगे लिखा कि “राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी ही थी, जिन्होंने पीएम मोदी के लिए ‘मौत का सौदागर’ कहा था। इन सभी शर्मनाक बयानों पर आप अपनी पार्टी के नेता महिमामंडन करते रहे, क्या तब राजनीतिक मर्यादा की बातें आप और कांग्रेस भूल गई थी? राहुल गांधी जब ‘मोदी की छवि को खराब कर देंगे’ वाली बात सरेआम कही थी, तब मर्यादा को किसने खंड-खंड किया था? खड़गे जी, मैं ये समझता हूं कि अपने फेल्ड प्रोडक्ट का बचाव करना और उसे निरंतर महिमामंडित करना आपकी मजबूरी है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष होने के कारण आपको इन सभी चीजों पर आत्ममंथन करना चाहिए।” जेपी नड्डा ने अपने पत्र में कांग्रेस को कॉपी एंड पेस्ट वाली पार्टी बताते हुए राहुल गांधी को जमकर घेरा।  #PoliticalDrama #CongressBJP #IndianPolitics #PoliticalResponse #LetterExchange #Controversy #Leadership

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